भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नीमच के आरटीओ बैरियर नयागांव पर ट्रक ड्राइवर की पिटाई के मामले में आखिरकार नीमच की पुलिस एक महीने बाद जागी है। आला अधिकारियों की फटकार के बाद अब नयागांव पुलिस चौकी से गए पुलिसकर्मियों ने ट्रक ड्राइवर राजू बंजारा के बयान दर्ज किए हैं और इस मामले में कार्रवाई तेज कर दी है।
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28 जुलाई को बिलासपुर से भीलवाड़ा कोयला लादकर ले जा रहे राजू बंजारा नामक ट्रक ड्राइवर को नीमच जिले के नयागांव आरटीओ बैरियर पर रोका गया था। राजू का आरोप है कि उसके पास ट्रक के सभी वैध दस्तावेज मौजूद थे बावजूद इसके उससे 2000 रूपये एंट्री फीस अवैध रूप से मांगी गई। जब राजू ने यह एंट्री फीस नहीं दी तो उसके पीछे आरटीओ बैरियर के प्रभारी अश्वनी खरे के अधीनस्थ काम करने वाले सरकारी व निजी कर्मचारियों ने उस पर हमला बोल दिया। राजू जब इस हमले से घबरा कर भागा तो उसे स्कॉर्पियो गाड़ी से टक्कर मार दी गई। इसके बाद भागदौड़ में राजू का एक पैर में फ्रैक्चर हो गया जिसका उसने बाद में चित्तौड़गढ़ के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराया और फिलहाल वह अपने घर पर उपचार लाभ ले रहा है। लेकिन राजू के आवेदन के बावजूद नीमच पुलिस ने ना तो बैरियर प्रभारी अश्वनी खरे और ना ही उनके अधीनस्थों पर कोई कार्रवाई की। बाद में जब इस मामले की शिकायत भोपाल स्तर तक की गई तो आला अधिकारियों की फटकार के बाद नीमच पुलिस जागी और 26 अगस्त को नयागांव पुलिस चौकी से दो पुलिसकर्मी राजू के बयान दर्ज करने के लिए राजू के गृह निवास निंबाहेड़ा में पहुंचे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में राजू के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और जल्द ही अब इस मामले में राजू के द्वारा नामजद कराए गए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार सरकारी बैरियर पर अश्वनी खरे ने कैसे निजी कर्मियों की पदस्थापना कर रखी थी ।