दुधमुँही बच्ची को गर्म सलाखों से दागने से मौत का मामला, कलेक्टर और एसपी को नोटिस

सिंहपुर कठौतिया गांव में रहने वाले एक परिवार की दुधमुँही बच्ची को निमोनिया था, लेकिन परिजन उसे बजाए अस्पताल ले जाने के तांत्रिक के पास ले गए, जहां तांत्रिक ने उसके इलाज के नाम पर  मासूम को गर्म सलाखों से दागा।

Madhya Pradesh State Human Rights Commission Notice To Shahdol Collector and SP : मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने शहडोल जिले के सामतपुर में तीन माह की मासूम बच्ची को 24 बार सलाखों से दागने के कारण बच्ची की हालत बेहद गंभीर होने के मामले में संज्ञान लिया है। बच्ची शहडोल के मेडिकल काॅजेल में भर्ती है। बच्ची की मां सोनू कोल ने बताया, उसे सांस लेने में दिक्कत है। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शहडोल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

यह था मामला 

यह पूरा मामला शहडोल जिले के सिंहपुर कठौतिया गांव का है। यहाँ रहने वाले एक परिवार की दुधमुँही बच्ची को निमोनिया था, लेकिन परिजन उसे बजाए अस्पताल ले जाने के तांत्रिक के पास ले गए, जहां तांत्रिक ने उसके इलाज के नाम पर  मासूम को गर्म सलाखों से दागा। निमोनिया अंधविश्वास के चलते  चमड़ी जलने से बच्ची के शरीर में संक्रमण बढ़ गया था। उसे लगातार झटके आ रहे थे। ढाई माह की बालिका के दिमाग में भी इंफेक्शन बढ़ गया था। जिसके बाद परिजनों ने उसे मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती करवाया यहाँ विशेषज्ञों की टीम ने उसे बचाने का बहुत प्रयास किया। लेकिन बुधवार को बच्ची की मौत हो गई। शिकायत के बाद शुक्रवार को कब्र में से दफन बच्ची का शव बाहर निकाल गया इसके बाद शनिवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया है। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।