भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सोमवार को मंत्रालय में सामान्य प्रशासन विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर अधिकारियों को निर्देश दिए है मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों पर चल रही जांच में देरी को लेकर नाराजगी जताई है, उन्होंने कहा कि कई अधिकारी तो इसी में लगे रहते है कि जांच टल जाए, रुक जाए, देरी हो जाए, अधिकारी रिटायर हो जाए इसके बाद कर लेना, ये सब नहीं चलेगा, सभी जाँचे समय पर हो, उचित कार्यवाई होl इसके साथ ही उन्होंने विभाग का डिजिटाइजेशन जल्दी हो, आईटी विभाग प्रस्ताव बनाए, सामान्य प्रशासन विभाग के काम में देरी हो रही है, बैठक में मुख्यमंत्री ने विभाग के आउटकम, उपलब्धियों और चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की l बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मयोगी भारत अभियान से हम प्रेरणा लें। कर्मयोगी अभियान से आनंद विभाग और कौशल उन्नयन को जोड़ सकते हैं। सीएम ने बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश दिया है उन्होंने कहा जितने भी बैकलॉग के पद हैं, उनकी भर्ती शुरू करे, भर्तियाँ हर साल लगातार होती रहना चाहिए। वही उन्होंने कहा बैठक में जो भी निर्देश दिए गए हैं, एक माह में इसकी दोबारा समीक्षा की जाएगी।
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बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सवाल जवाब भी किया उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों से पूछा कि मंत्रालय में फाइल की पेंडेंसी पता लगाने का क्या मैकेनिज्म है,औसतन फाइल कितने दिन में पूरी हो जाती है, ACS – GAD कितनी बार विभिन्न मंत्रालयों में सरप्राइज विजिट कर रहे हैं, मैदानी स्तर के अधिकारी की टूर डायरी बन रही है या नहीं , रात्रि विश्राम का क्या स्टेटस है, विभागों के पीएस, एसीएस, एचओडी अपने मातहतों के अलमारी चेक कर रहे हैं या यह प्रथा बंद हो गई है, कितनी फ़ाइल वहां पेंडिंग है पता लगा रहे है या नही, इस प्रथा को बनाए रखना है, यह आपका काम है और जरूरी भी। शासकीय कार्य के लिए शासकीय ईमेल का उपयोग हो रहा है या नहीं, मुख्यमंत्री ने बैठक में साफ कर दिया की इस बैठक में जो निर्देश उन्होंने दिए है उसकी एक माह बाद खुद वह समीक्षा करेगे की अधिकारियों ने इस पर कितना काम किया।