MP News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि आपातकाल की संघर्ष गाथा प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी। आपातकाल के कष्टों से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से तत्कालीन परिस्थितियों, दमन और लोकतंत्र सेनानियों की जीवटता का उल्लेख पाठ्यक्रम में किया जाएगा। लोकतंत्र सेनानियों के प्रादेशिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने लोकतंत्र सेनानियों की लगभग सभी मांगों को मान लिया, उन्होंने कहा कि आपने इस लोकतंत्र के सम्मान को बचाने के लिए संघर्ष किया है इसे देश नहीं भूलेगा, सीएम ने कहा प्रदेश में अब लोकतंत्र सेनानी की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी।
लोकतंत्र सेनानी मुख्यमंत्री निवास पधारे, यह हमारा सौभाग्य है
लोकतंत्र सेनानियों के प्रादेशिक सम्मेलन का आयोजन आज बुधवार को मुख्यमंत्री निवास में किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में शामिल हुए लोकतंत्र सेनानियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निवास मुख्यमंत्री का निवास नहीं, अपितु लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक भाग है, और लोकतंत्र सेनानी लोकतांत्रिक व्यवस्था के सर्वाधिक सम्मानित व्यक्ति हैं। मुख्यमंत्री निवास में ससम्मान आना उनका अधिकार और सेनानियों का स्वागत व सम्मान करना हमारा कर्तव्य है, लोकतंत्र सेनानी मुख्यमंत्री निवास पधारे, यह हमारा सौभाग्य है।
लोकतंत्र सेनानियों की मांगों को सीएम ने किया स्वीकार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा दिए गए ज्ञापन को पढ़ते हुए कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को सर्किट हाऊस और विश्राम गृह में तीन दिन तक रुकने की सुविधा तथा किराये में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। जिन लोकतंत्र सेनानियों को अब तक ताम्रपत्र प्राप्त नहीं हुए हैं उन्हें ताम्रपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। लोकतंत्र सेनानियों को पास दिखाने पर टोल नाकों पर भी छूट रहेगी। उनके आयुष्मान कार्ड द्वारा इलाज पर हुए व्यय के भुगतान में विलम्ब नहीं होगा। क्लेक्टर द्वारा तीन माह में भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। गंभीर स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में उपचार के लिए बड़े अस्पताल या अन्य महानगर जाने के लिए उन्हें एयर एम्बुलेंस सुविधा उपलाब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में आरंभ एयर टैक्सी सुविधा के अंतर्गत किराए में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी। लोकतंत्र सेनानियों की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही अंत्येष्टि के समय दी जाने वाली आठ हजार रुपए की राशि को दस हजार रुपए किया जाएगा। लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्यों को उद्योग धंधे लगाने अथवा अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनके रोजगार की व्यवस्था की जाएगी।
लोकतंत्र के प्रहरियों को सादर प्रणाम…
आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित "लोकतंत्र सेनानी प्रादेशिक सम्मेलन" में पधारे लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया।
भारत में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए आपने जो संघर्ष किया है, उसके लिए समस्त देशवासी आपके कृतज्ञ हैं तथा मैं आप सबको यह… pic.twitter.com/HPGCbaTglH
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 26, 2024