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Thu, Dec 18, 2025

सीएम डॉ मोहन यादव की घोषणा, मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग को गौपालन विभाग के नाम से भी जाना जाएगा

Written by:Atul Saxena
Published:
राज्य स्तरीय गौशाला सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में एक आदर्श वृंदावन गांव बनाया जाएगा। गौपालकों की समृद्धि के लिए हमारी सरकार निरंतर गतिशील है। उन्होंने कहा गौमाता का दूध अमृत समान है, हमने निर्णय लिया कि गौपालकों से गाय का दूध सम्मानपूर्वक और उचित मूल्य पर खरीदा जाएगा।
सीएम डॉ मोहन यादव की घोषणा, मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग को गौपालन विभाग के नाम से भी जाना जाएगा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित राज्य स्तरीय गौ-शाला सम्मेलन में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग को गौपालन विभाग के नाम से भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश के विकास में गौपालन का महत्वपूर्ण योगदान है, हमारी सरकार गौपालन को बढ़ावा देकर गौपालकों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने  प्रदेश की गौ-शालाओं को 90 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। साथ ही आचार्य विद्यासागर जीव दया गौ-सेवा सम्मान योजना के अंतर्गत उल्लेखनीय संस्थाओं को सम्मानित किया और डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किया।

अपने संबोधन को शुरू करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ईश्वर की कृपा से मैं यहाँ निवास करता हूँ लेकिन ये आप सब गोपालों का निवास है मैं आप सबका अभिनन्दन करता हूँ आपका स्वागत करता हूँ उन्होंने कहा कि जहाँ जहाँ गौमाता है वो स्थान तो स्वर्ग समन हो जाता है चाहें वो घर हो या फिर गौशाला, इस धरती पर स्वर्ग कहाँ है जहाँ गोपाल और गौमाता वहीं स्वर्ग है।

पशुपालन विभाग अब गौपालन विभाग भी 

मुख्यमंत्री ने कहा हमारे इस विभाग का नाम पशुपालन विभाग है लेकिन अब इसमें संशोधन करते हुए इसे गौपालन विभाग भी बोला जायेगा, उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रालय से यदि गौपालन नहीं जुड़ेगा गोपाल नहीं जुड़ेगा तो क्या फायदा हमारी मूल भावना गौमाता का सम्मान करना है इसलिए ये नाम भी जरूरी है। 

कामधेनु योजना के तहत लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किए

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौशालाओं के लिए 90 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की, कई पुरस्कार वितरित किये, उन्होंने कहा कि प्रदेश की गौशालाओं को वित्तीय सहायता की राशि अंतरित की गई। उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं को सम्मानित किया गया, साथ ही डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किए गए। हमारा लक्ष्य है कि दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश को देश में पहले स्थान पर पहुंचाया जाए ।