चीता मित्र सम्मेलन समारोह में बोले सीएम शिवराज, कूनो नेशनल पार्क अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनायेगा अपनी पहचान

Amit Sengar
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श्योपुर,डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज (11 सितम्बर 2022) को अल्प प्रवास (ट्रांजिट विजिट) पर ग्वालियर पहुंचे। जहाँ से केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव के साथ हेलीकॉप्टर द्वारा श्योपुर (sheopur) के कराहल एवं कूनो-पालपुर अभ्यारण्य के लिये रवाना हुए। उन्होंने कूनों नेशनल पार्क में आयोजित चीता मित्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कूनो नेशनल पार्क से विस्थापित हुए ऐसे ग्राम जो अभी भी मजरे टोले है, उन्हें पूर्ण राजस्व ग्राम का दर्जा दिया जायेंगा, यह कार्यवाही आज से ही शुरू कर दी गई है। उन्होने कहा कि इस क्षेत्र में 05 स्किल केन्द्र बनाकर क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार से जोडने के लिए प्रशिक्षण दिलाकर रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा।

आगे सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आगामी 17 सितंबर को चीतों की सौगात देने के लिए कूनो नेशनल पार्क आ रहे है। यह हमारे लिए एक एतिहासिक अवसर है। उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश का कूनो नेशनल पार्क अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायेगा। उन्होने कहा कि एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप पर चीतों की शिफ्टिंग का कार्य एक महत्वपूर्ण कार्य है।

गौरतलब है कि कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन देश नामीबिया से चीतों को यहां बसाया जा रहा है। उन्होने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे 17 सितंबर को अपने जन्मदिवस पर पालपुर कूनो के बाडे में इन चीतों को विमुक्त करेगे। उन्होने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट को लाने में उनका पूरा सहयोग रहा है। उन्होने क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के प्रयासो की सराहना करते हुए कहा कि यह पूरा प्रोजेक्ट उनके संसदीय क्षेत्र में स्थापित होने जा रहा है। कूनों के प्राकृतिक सौन्दर्य से अभिभूत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कूनो नेशनल पार्क का प्राकृतिक वातावरण और यहां बहने वाली कूनों नदी सहित अन्य मनोहारी दृश्य इस स्थान को स्वर्ग जैसा अहसास कराते है।

चीता मित्र सम्मेलन समारोह में बोले सीएम शिवराज, कूनो नेशनल पार्क अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनायेगा अपनी पहचान

केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कार्यक्रम में मौजूद स्कूली बच्चों का स्किल कम्युनिकेशन देख मप्र के बच्चों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यहां के बच्चों का शैक्षणिक स्तर प्रशंसनीय है, शैक्षणिक विकास की दृष्टि से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता को भी दर्शातें है। उन्होने कूनो के आसपास बसे ग्रामों के लोगो को सहज और सरल बताते हुए उनका स्वागत करते हुए कहा कि इस कूनो रिर्जव एरिया के संरक्षण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मिशन लाइफ के तहत पर्यावरणीय व्यवस्थाओं की दिशा में सतत् रूप से प्रयास किये जा रहे है। शहर तो हमने बसा लिये, लेकिन सुकुन की तलाश में आज भी हम वनों को तलाशते हुए आते है और कूनो के वन शांति का संदेश देते नजर आ रहे है।

उन्होने जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करते हुए कहा कि विश्व की कुल आबादी की 17 प्रतिशत आबादी भारत में रहती है और हमारे यहां कार्बन का उत्सर्जन अन्य देशो की अपेक्षा बहुत ही कम है। उन्होने कहा कि पर्यावरण की दिशा में हम यह नही कह सकते कि पूर्वजो ने हमें उत्तराधिकार में क्या दिया है, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम आगे वाली पीढियों को उनका अधिकार एक बेहतर पर्यावरणीय वातावरण के रूप में प्रदान करें।

कार्यक्रम के अंत में प्रदेश के वन मंत्री डॉ कुंवर विजय शाह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में भारत सरकार द्वारा चीतों के लिए जो प्रयास किये गये है, वह सराहनीय है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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