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Fri, Dec 19, 2025

वंदे भारत एक्सप्रेस की बढ़ी डिमांड, व्यस्त मार्गों पर 7 ट्रेनों में बढ़े कोच, इन्दौर-नागपुर- वंदे भारत एक्सप्रेस से भोपाल, नर्मदापुरम और इटारसी के यात्रियों को फायदा

Written by:Sushma Bhardwaj
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वंदे भारत आज देशभर में अपनी आधुनिक तकनीक, आरामदायक यात्रा और समयबद्ध सेवा के लिए लोकप्रिय हो चुकी है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की बढ़ी डिमांड, व्यस्त मार्गों पर 7 ट्रेनों में बढ़े कोच, इन्दौर-नागपुर- वंदे भारत एक्सप्रेस से भोपाल, नर्मदापुरम और इटारसी के यात्रियों को फायदा

भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा और बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए व्यस्त मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के कोच की संख्या बढ़ाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।  अब अधिक क्षमता के साथ यात्रियों की सेवा करेगी।

बढ़ती यात्री संख्या के आधार पर लिया फैसला 

वित्तीय वर्ष 2025-26 की समीक्षा और यात्रा भार (ऑक्युपेंसी) के आंकड़ों के आधार पर लिए गए फैसले के अनुसार, 16 कोच वाली तीन वंदे भारत ट्रेनों को 20 कोच में बदला जाएगा। इसके साथ ही 08 कोच वाली चार वंदे भारत ट्रेनों को 16 कोच में अपग्रेड किया जाएगा। इस बदलाव के बाद कुल तीन नई 20 कोच वाली वंदे भारत रेक्स और चार अपग्रेडेड 16 कोच वाली रेक्स उपलब्ध होंगी।  जिनसे अधिक यात्रियों को वंदे भारत का लाभ मिल सकेगा।

16 से बढ़कर अब 20 कोच की क्षमता वाली ट्रेनें

●  मंगलुरू सेन्ट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस (20631/32)
●  सिकंदराबाद-तिरूपति वंदे भारत एक्सप्रेस (20701/02)
●  चेन्नै एषुंबूर-तिरूनेलवेलि वंदे भारत एक्सप्रेस (20665/66)

8 से बढ़कर अब 16 कोच की क्षमता वाली ट्रेनें

● मदुरै-बेंगलुरू छावनी वंदे भारत एक्सप्रेस (20671/72)
● वाराणसी-देवघर वंदे भारत एक्सप्रेस (22499/00)
● हावड़ा-राउरकेला वंदे भारत एक्सप्रेस (20871/72)
● इन्दौर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस (20911/12)

पश्चिम मध्य रेल के यात्रियों को मिलेगा लाभ :- गाड़ी संख्या 20911/12 इन्दौर-नागपुर-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस में कोच बढ़ने से अधिक सीटें उपलब्ध होंगी, जिसका लाभ पश्चिम मध्य रेल के भोपाल, नर्मदापुरम एवं इटारसी के यात्रियों को भी लाभ मिलगा। इस विस्तार से अब न सिर्फ अधिक सीटें उपलब्ध होंगी बल्कि वेटिंग लिस्ट भी कम होगी, जिससे हर यात्री का सफ़र और भी आसान और सुविधाजनक बन जाएगा। यात्रियों के बढ़ते भरोसे ने ही वंदे भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। अब यह ट्रेन सिर्फ तेज़ी और तकनीक का प्रतीक ही नहीं, बल्कि यात्रियों की डिमांड पर लगातार बेहतर होती सुविधाओं का उदाहरण भी बन चुकी है।