Congress silent protest against the incident in Manipur : मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई जघन्य घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है। कांग्रेस ने शुक्रवार को इसके विरोध में भोपाल में गांधी प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया। कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष प्रकाश चौकसे ने कहा कि मणिपुर में जिस तरह महिलाओं पर अत्याचार किया गया बेहद शर्मनाक है। वहीं विवेक त्रिपाठी ने कहा कि बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा के समेत अपनी महिला सांसदों की टीम मणिपुर क्यों नहीं भेज रही है।
भोपाल में कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष प्रकाश चौकसे के नेतृत्व में कांग्रेस ने गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई शर्मनाक घटना के विरोध में मौन धरना दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे कांग्रेसियों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग भी की। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रकाश चौकसे ने कहा कि लंबे समय से मणिपुर जल रहा हैं, वहां भयावह स्थिति बनी हुई हैं लेकिन मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार ने हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। इससे हिंसा भड़काने वाले असामजिक तत्वों के हौंसले बढ़ते जा रहे हैं।
युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा कि मणिपुर की हिंसा को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा अगर समय रहते सख़्त कदम उठाए होते तो यह भयावह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। न ही लाखों लोगों को घर से बेघर होना पड़ता न ही लाखों लोगों की जान जाती। और न ही हजारों महिलाओं का शील भंग होता। जब सरकार को सख्त कदम उठाने थे तब वो मामले को दबाने में लगी हुई थी। उन्होने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा महिला सांसदों की एक टीम जिसमें स्मृति ईरानी, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, निर्मला सीतारमण, हेमा मालिनी, किरण खेर को तत्काल मणिपुर रवाना कर दोनों ही समुदाय की महिलाओं से मुलाकात कर शांति स्थापित कराने का प्रयास करें। इस मौन प्रदर्शन में जेपी धनोपिया, गोविंद गोयल, कैलाश मिश्रा, प्रकाश चौकसे, विवेक त्रिपाठी, राजकुमार सिंह, रामबाबू शर्मा, दीपक गुप्ता, राजा भैया, लोकेन्द्र शर्मा, चेतन साहू, प्रदीप शर्मा, महेश सहि सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।