भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। गाडरवारा से कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल (congress mla sunita patel) बीते 13 दिनों से अपने विधानसभा क्षेत्र में धरने पर बैठी थी। भाजपा सरकार की शह पर असामाजिक तत्वों द्वारा धड़ल्ले से चलाये जा रहे अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन, गांव-गांव में जुआ-सट्टा और शराब की अवैध बिक्री की रोक लगाये जाने और नरसिंहपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी का अन्यत्र स्थानांतरण किये जाने की मांग को लेकर विधायक सुनीता पटेल विश्राम गृह के परिसर में धरने पर बैठी थी।
विधायक की मांग के बाद भाजपा सरकार ने जनता के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी को पीएचक्यू भोपाल अटैच कर दिया है। अपनी मांग पूरी होने पर विधायक सुनीता पटेल ने शनिवार को अपना धरना समाप्त कर दिया है।इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पी.सी. शर्मा, जीतू पटवारी, विधायक आरिफ मसूद धरना स्थल पर पहुंचे और उनका धरना समाप्त करवाया।
सुनीता पटेल ने धरने पर बैठने की वजह बताते हुए कहा कि पिछले महीनों से मेरे विधानसभा क्षेत्र में असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहे थे। क्षेत्र में भय और आतंक का माहौल व्याप्त था। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि रेत खदानों पर आये दिन खुलेआम फायरिंग कर क्षेत्र में दहशत फैलायी जाती है। क्षेत्र की भोली-भाली जनता के मन में हमेशा भय का वातावरण बना रहता है कि कहीं कोई बड़ी घटना न हो जाए। यही नहीं, बीते वर्ष जबलपुर के दो व्यक्तियों का एनकांउटर नरसिंहपुर में हुआ था, जिसमें नरसिंहपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई थी। इस एनकांउटर की घटना की जांच चल रही है। इसे लेकर कांग्रेस विधायक ने राजेश तिवारी का अन्यंत्र स्थानांतरण किये जाने की मांग सरकार से की थी।