भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत का आंड़का छूने से महज दो सीट पीछे रह गई। पार्टी समीक्षा में सामने आया कि अगर भितरघातियों धोखा नहीं करते तो वह और भी सीटों पर जीत सकती थी और अन्य दलों से समर्थन की जरूरत नहीं पड़ती। बुधवार को कांग्रेस की अनुशासन समिति 135 भितरघातियों पर अपनी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपेगी। इसके बाद पीसीसी में इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने का फैसला लिया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी की अध्यक्षता वाली अनुशासन समिति की बैठक होगी। बैठक में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वाले नेताओं की शिकायतों पर विचार किया जाएगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक जिला कांग्रेस कमेटियों के माध्यम से पीसीसी को 135 प्रत्याशियों के खिलाफ शिकायते मिली थीं। शिकायत में उन भितरघाती नेताओं का नाम था जो कांग्रेस प्रत्याशियों की हार का कारण बने।
इन क्षेत्रों के नेताओं की मिलीं शिकायतें
सूत्रों के मुताबिक जिन विधानसभा क्षेत्रों से प्रदेश कांग्रेस को शिकायतें मिली हैं उनमें पवई, मैहर, देवतालाब, रीवा, सिंगरौली, मानपुर, सिहोरा, होशंगाबाद, नरेला, गोविंदपुरा, हुजूर, झाबुआ, उज्जैन उत्तर और उज्जैन पश्चिम, रतलाम सिटी, जौरा जौसी प्रमुख सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था।