भोपाल
एक बार फिर राजधानी में कोरोना का विस्फोट (corona blast) हुआ है। बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा मरीजो का रिकार्ड बनाते हुए 246 नए मरीज मिले हैं। इसी के साथ भोपाल (bhopal) में संक्रमितों का आंकड़ा 6108 पर पहुंच गया है।
एक दिन में सबसे ज्यादा मरीजों का रिकॉर्ड
इन रिकॉर्ड मरीजों में शहीद नगर कालोनी से 7 लोग, ऋषि नगर चार इमली से 6 लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं। वहीं राजदेव कॉलोनी एकता पार्क से एक ही परिवार से 3 लोग संक्रमित पाए गए हैं। Eme सेंटर से 2 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई वहै। एमएलए रेस्ट हाउस से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो कृष्णा नगर कालोनी करोंद से 4 लोग संक्रमित पाए गए। अरेरा कालोनी से एक ही परिवार के 3 लोग, वहीं अरेरा कालोनी के ही अलग अलग घरों से 4 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। लहारपुर से 3 लोग संक्रमित निकले हैं। Bmhrc और gmc से भी कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। प्रोफेसर कॉलोनी से 1 व्यक्ति संक्रमित मिला है और जहांगीराबाद से 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
अच्छी बात ये है कि 92 व्यक्ति स्वस्थ्य होकर अस्पताल से डिस्चार्ज भी हुए हैं। अब तक ठीक होने वालों की संख्या 3747 है। वहीं अब तक कोरोना से कुल 164 लोगों की मौत हो चुकी है। अब शहर में कुल एक्टिव केस 2197 हैं।
गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें- सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने चिरायु अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हमारी कोरोना रणनीति आईआईटीटी अर्थात आईडेन्टिफाई, आइसोलेट, टेस्ट एंड ट्रीट का पूरा पालन किया जाए। जनता को मास्क लगाने, फिजिकल डिस्टेंसिंग रखने आदि सभी सावधानियां रखने के लिये जागरूक किया जाए। गाइडलाइन का पालन न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।
गांधी मेडिकल कॉलेज में बनेगा प्लाज्मा बैंक
आईसीएमआर ने देश में 100 प्लाज्मा बैंक (plasma bank) स्थापित करने की मंजूरी दी है। इसमें भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को शामिल किया गया है। गांधी मेडिकल कॉलेज (Gandhi medical college) में प्लाज्मा बैंक में आईसीएमआर (ICMR) के मानकों का पालन करते हुए प्लाज्मा संग्रहण किया जाएगा। इसके बाद संभागयुक्त कवीन्द्र कियावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए की कोविड-19 संक्रमण की आगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हमें भी तैयारी करना है। संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के 28 दिन बाद उन्हें प्रेरित कर प्लाज्मा डोनेशन करने के लिए तैयार करें। उन्होंने समझाएं कि इस छोटे प्रयास से किसी व्यक्ति का जीवन बच सकता है। इस कार्य में एनजीओ एवं अन्य सामाजिक संगठनों की भी मदद लेने को कहा गया है।