भोपाल ।
एमपी में कोरोना संकटकाल हर वर्ग के लिए चुनौती बना हुआ है। कोरोना के लगातार बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए जहां एक तरफ स्कूल बंद है वही सरकारी स्कूलों के 35 हजार शिक्षकों के तबादले भी अधर में लटक गए है।खबर है कि स्कूल शिक्षा विभाग स्थानांतरण नीति का प्रारुप की तैयारी कर रही है, माना जा रहा है आने वाले दिनों में वो शासन के पास अनुमोदन के लिए भेज सकता है जिसके बाद तबादलों की प्रकिया शुरु हो सकती है।
दरअसल, पिछले साल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के तबादले ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत किए गया था।इसके लिए करीब 70 हजार शिक्षकों ने मनचाहे जगह पर जाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें से सिर्फ 35 हजार शिक्षकों का तबादला हो सका। बीते दिनों हुए सियासी घटनाक्रम और कोरोना संकटकाल के कारण बाकी बचे 35 हजार शिक्षकों के तबादले अधर में अटक गए है, जिसके चलते शिक्षक परेशान हो रहे है। इतना ही नही मनचाहे जगहों पर जिन शिक्षकों का तबादला हुआ था, उनमें से कई शिक्षकों को तो पदस्थापना नहीं मिली है, ऐसे में शिक्षकों के सामने दोहरी परेशानी खड़ी हो गई है, हालांकि विभाग ने तैयारियां शुरु कर दी है, जिसके चलते आने वाले दिनों में फिर से ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होगी।
बता दे कि बीते साल तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने ऑनलाइन आवेदन देकर तबादले की प्रकिय़्रा शुरु की थी।तत्कालीन स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुरान चौधरी ने ऐलान करते हुए कहा था कि अब शिक्षकों को तबादले के लिए आवेदन ऑनलाइन करने होंगे, सभी आवेदन करने वालों को समान अवसर दिए जाएंगे। संबंधित शिक्षक अपनी पसंद भी बता सकेंगे। इसके बाद से ऑनलाइन शिक्षकों के तबादले किए जाने लगे।