भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमित मरीजों (Corona Infected Patients) की संख्या में पहले के मुकाबले कमी आई है, मगर राज्य स्तर पर सतर्कता बरते जाने का दौर जारी है। राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नजर दौड़ाई जाए तो एक बात साफ हो जाती है कि राज्य में अब तक एक लाख 80 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं, इनमें से एक लाख 71 हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर घरों को लौट चुके हैं। बीमारी से मरने वाले मरीजों की संख्या तीन हजार पार कर गई है।
राज्य में बीते एक सप्ताह की अवधि में बढ़े मरीजों पर गौर करें तो 24 घंटे में कोरोना संक्रमितों के बढ़ने की संख्या 1000 के आसपास है। वहीं लगभग इसी अनुपात में मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं। कोरोना की कम होती रफ्तार से आम आदमी की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है, तो दूसरी और बाजारों में चहल-पहल भी बढ़ गई है। लोग बेफिक्र होने लगे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) और मास्क (Mask) के प्रयोग से भी परहेज कर रहे हैं। दीपावली (Diwali) के बाजारों में खासी चहल-पहल देखी गई, लोग लापरवाही बरतने लगे और कई स्थानों पर तो जाम के हालात तक बन गए। ये स्थितियां एक बार फिर चिंता का कारण बनती नजर आ रही है।
वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा लगातार सतर्कता बढ़ती जा रही है और लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह एहतियात बरतें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) भी लोगों से अपील कर चुके हैं कि मास्क का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल करें। जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है, तब तक मास्क का उपयोग आवश्यक है।
राज्य सरकार द्वारा बरती जा रही सतर्कता के चलते ही पहली से आठवीं तक के स्कूलों को 15 नवंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। पूर्व में तय किया गया था कि पहली से आठवीं तक के स्कूल 15 नवंबर के बाद खोल दिए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर हाईस्कूल हायर सेकेंडरी के छात्र अपने परिजनों की अनुमति से ही स्कूल जा सकते हैं, ऐसी व्यवस्था की गई है।