भोपाल।
अन्य राज्यों की तरह एमपी(MP) में भी कोरोना (Corona) का तांडव जारी है। अब तक पूरे प्रदेश में चौबीस घंटे में 300-400 कोरोना मरीज मिल रहे थे, लेकिन सोमवार को यह आंकडा 500 पार कर गया। पिछले चौबीस घंटे में 575 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 18207 हो गई। वहीं, मृतकों की संख्या 663 पहुंच गई है और अब तक 13208 मरीज ठीक हो चुके हैं।इसमें भोपाल, इंदौर और ग्वालियर चंबल (bhopal-indore-gwalior)में स्थिति गंभीर बनी हुई है।इसी के चलते ग्वालियर में सात दिनों को टोटट लॉकडाउन लगाया गया है।आने वाले दिनों में संक्रमण की बेकाबू होती स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार (state government) सख्त गाइडलाइन जारी करेगी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में प्रदेशभर में 575 नए मरीज मिले औऱ प्रदेश में 10 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 663 लोगों की मौत हो चुकी है।वहीं, राहत की खबर यह रही कि आज प्रदेशभर में 332 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। सभी की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आज छुट्टी मिल गई। इसमें सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति भोपाल, इंदौर और ग्वालियर-चंबल में है।इंदौर में 92, भोपाल में 88 और ग्वालियर में 110 मुरैना में 31 और जबलपुर में 30 मरीज सामने आए है। बाकी जिलों में 10-15 के बीच आंकड़ा रहा।
ग्वालियर में सात दिन का लॉकडाउन
ग्वालियर शहर में 14 जुलाई के सायंकाल 7 बजे से एक हफ्ते तक कर्फ्यू की तर्ज पर टोटल लॉकडाउन लागू रहेगा। जिले में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन ने इस आशय का निर्णय लिया है। सोमवार शाम हुई डिस्ट्रिक क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में एक हफ्ते का लॉकडाउन लागू करने पर सहमति बनी थी।कहीं भी भीड़ पाए जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।लॉक डाउन के दौरान जिले की सभी सीमाएं पूरी तरह सील रहेंगी। जिले के भीतर किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी और न ही किसी को जिले से बाहर जाने दिया जाएगा। केवल आपातकालीन मेडिकल जरूरत होने पर ही जिले से बाहर और भीतर आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।
गणेश-दुर्गा पंंडाल पर रोक, घर में मनाया जाएगा गणेशोत्सव और ईद
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक त्योहारों को देखते हुए गाइडलाइन एक-दो दिन में जारी कर दी जाएगी। इस बार गणेश, दुर्गा उत्सव, ताजियों के बड़े सार्वजनिक पंडाल नहीं लगेंगे। सिर्फ छोटी प्रतिमाएं स्थापित होंगी। कोशिश रहेगी कि घर पर ही इनकी स्थापना करें। मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारों में एक बार में पांच से अधिक लोग एकत्रित नहीं होंगे। शादी, सगाई, रिंग सेरेमनी के साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में भी दोनों पक्षों से 10-10 व्यक्ति की ही अनुमति होगी। अंत्येष्टि में 20 से अधिक लोग नहीं होंगे।कोरोना के चलते ईद के सामूहिक कार्यक्रम नही होंगे| इस बार लोग अपने घरों में ही ईद मनाएंगे| इन नियमों को पालन कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए घर पर ही आगामी त्यौहार मनाये जाएंगे। देव प्रतिमा घर पर ही स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाएंगी। सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिमा स्थापित करने, त्योहार मनाने की अनुमति नहीं होगी।