Bhopal News : हुक्का बार के बाद ई-सिगरेट और ई हुक्के का युवक-युवतियों में बढ़ा क्रेज

Amit Sengar
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E-Cigarette : हुक्का बार पर तिरछी नजर होते ही प्रदेश में डार्क वेब पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। डार्क वेब ड्रग युवाओं तक पहुंचा रहा है। ड्रग्स डीलरों और नशे के तस्करों पर शिकंजा कसने के बाद नशे की लत वाले युवा इंटरनेट प्लेटफार्म पर शिफ्ट हो गए हैं।

क्या है पेन या वेब हुक्का?

पेन या वेब हुक्का में सामान्य सिगरेट या हुक्के की तरह तंबाकू नहीं होता है, बल्कि तरल निकोटिन की कार्टेज होती है। जो सिगरेट या हुक्केमें तंबाकू की तरह जलता नहीं, बल्कि गर्म होकर भाप में बदलता है। जिसकी वजह से तंबाकू के जलने जैसी गंध, घुंआ और टार भी नहीं निकलता। भांप को कश लगा कर खींचा जाता हैं जो आम सिगरेट और हुक्के के कश जैसा महसूस होता है। कश लगाने पर एक छोटी एलइडी लाइट भी जलती है। कुछ पेन हुक्का यानी ई-सिगरेट यूज एण्ड थ्रो होते हैं तो अधिकतर मॉडलों में चार्जबेल बैटरी व रिफिल कार्टेज होते हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”