भोपाल| मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रही कवायद एक बार फिर टल गई| झाबुआ उपचुनाव के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि नवंबर में नाम का एलान कर दिया जाएगा| खबर तो यह भी थी कि इसको लेकर कवायद अंतिम चरण में है| लेकिन एक बार फिर यह मामला ठन्डे बस्ते में है| ऐसा इसलिए क्यूंकि इन दिनों काग्रेस के सभी पदाधिकारी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर फोकस कर रहे हैं | इसके चलते संगठन में बदलाव जैसे मसलों पर फिलहाल एआईसीसी विचार नहीं कर रही है|
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा तेज है| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीसीसी चीफ का पद छोड़ने की पेशकश कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को की थी | इसको लेकर उन्होंने राहुल गाँधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाकात भी की| तब से ही प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सियासत भी जोर पकड़ गई और कई नाम सामने आये| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की भी मांग प्रदेश में उठ चुकी है, सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने भी उनके नाम की पैरवी की है| लेकिन इस पर फैसला लगातार टलता जा रहा है|
कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ 14 दिसंबर को दिल्ली में प्रदर्शन करने जा रही है | इस प्रदर्शन में कांग्रेस लाखों कार्यकर्ताओं को जुटाकर अपनी ताकत दिखाना चाहती है| प्रदर्शन को लेकर एआईसीसी पूरी तरह से सक्रिय है, इसलिए फिलहाल पीसीसी चीफ को लेकर आलाकमान विचार नहीं चल रहा है | मध्य प्रदेश में भी इस प्रदर्शन को लेकर तैयारियां तेज हैं और यहां से पचास हजार कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने की तैयारी है| ऐसा माना जा रहा है कि 14 दिसंबर के इस प्रदर्शन के बाद ही अब प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर फैसला हो सकता है|