Fri, Dec 26, 2025

भोपाल में लैब टेक्नीशियनों का जंगी प्रदर्शन और गिरफ्तारी, मंगलवार से सामूहिक आमरण अनशन

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
भोपाल में लैब टेक्नीशियनों का जंगी प्रदर्शन और गिरफ्तारी, मंगलवार से सामूहिक आमरण अनशन

Lab technicians strike : सोमवार को भोपाल में मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन (हेल्थ सर्विसेज) मप्र की अगुवाई में लैब टेक्नीशियनों ने प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी। पिछले 24 दिन से अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर लेब टेक्नीशियन हड़ताल पर हैं। मंगलवार से इन्होने राजधानी में सामूहिक रूप से आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।

प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों के लैब टेक्नीशियन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सोमवार को भोपाल में मुख्यमंत्री आवास के सामने जंगी प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका और गिरफ्तार किया। 24 दिन बीत जाने पर भी अब तक इनकी मांगों का कोई हल नहीं निकला है।  बता दें कि 27 जनवरी को प्रदेश के समस्त लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट, टेक्नीशियन असिस्टेंट, लैब अटेंडेंट भोपाल में एकत्रित हुए थे। प्रशासन द्वारा 30 जनवरी को बैठक का समय दिया गया था लेकिन किसी कारण वो बैठक स्थगित कर दी गई और इनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ। शासन प्रशासन की लगातार अनदेखी से प्रदेश के सभी लैब टेक्नीशियन कैडर कर्मचारी आक्रोशित हैं और अपनी मांगों को लेकर सभी 52 जिलों के लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट, टेक्नीशियन असिस्टेंट, लैब अटेंडेंट हड़ताल पर हैं।

ये हैं मांगें –

  1. पदनाम परिवर्तन मेडिकल लैब ऑफीसर/मेडिकल लैब टेक्नीकल ऑफीसर
  2. ग्रेड पे 2800 से 4200 करना
  3. प्रमोशन चैनल
  4. संविदा लैब टेक्नीशियनों का नियमितिकरण
  5. टेक्नीशियन असिस्टेंट/लैब असिस्टेंट का ग्रेड पे 2800
  6. लैब अटेंडेंट का ग्रेड पे 2400
  7. 70, 80, 90 प्रतिशत वेतन को 100 प्रतिशत वेतन 2 वर्ष की परीक्षा नियम पूर्व की तरह किया जाए
  8. नियमित पदों की संख्या बढ़ाना एवं पूर्व रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती
  9. लैब टेक्नीशियनों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएं
  10. रिस्क अलाउंस एवं अतिरिक्त कार्य भत्ता
  11. नॉन प्रेक्टिस अलाउंस, प्राइवेट प्रेक्टिस एवं बेसिक जांचों के साथ लैब चलाने की अनुमति
  12. लैब में कार्य समय और लक्ष्य की पुन:  समीक्षा पर नई गाइडलाइन निर्धारित हो
  13. प्रदेश में लैब टेक्नीशियनों की भर्ती आउटसोर्स या अस्थायी रूप से नहीं करते हुए नियमित पदों पर  भर्ती की जाए