MP News : सरकारी पत्रों में कई बार ऐसा कुछ हो जाता है कि वो चर्चा का विषय बन जाते हैं, ताजा मामला परिवहन विभाग की उप सचिव द्वारा जारी किया गया एक पत्र से जुड़ा है जिसमें उन्होंने अपने ही विभाग के एक कर्मचारी की शिकायत के बाद उसे नोटिस जारी करते हुए लिख दिया कि “परिवहन विभाग में सब जानते हैं कि मनीष सलूजा भ्रष्ट हैं”, अब इस पत्र की चर्चा मंत्रालय से लेकर सब जगह हो रही है।
दरअसल मध्य प्रदेश बस ऑनर्स एसोसियेशन ने पिछले दिनों परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव को राज्य परिवहन प्राधिकार ग्वालियर में पदस्थ स्टेनो मनीष सलूजा के खिलाफ एक शिकायती आवेदन दिया था, जिसमें मनीष सलूजा पर परमिट के नाम पर तीन लाख रूपए की रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये थे।
शिकायत में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लिखा कि परिवहन विभाग में सभी जानते हैं कि मनीष सलूजा भ्रष्ट हैं फिर भी उन्हें महाराष्ट्र राज्य से संबंधित परमिट का कार्य अभी कुछ दिन पहले ही दिया गया है, इनकी इंटीग्रिटी डाउटफुल होने के कारण ही पूर्ववर्ती अधिकारियों द्वारा इन्हें परमिट संबंधी कार्य से मुक्त रखा गया था।
शिकायती पत्र के बाद परिवहन विभाग की उप सचिव श्वेता पवार के हस्ताक्षर से विभाग ने एक पत्र मनीष सलूजा के नाम जारी किया जिसमें उन्हें नोटिस जारी करते हुए 24 नवम्बर को मंत्रालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं, विभागीय पत्र में अपने ही कर्मचारी को भ्रष्ट लिखा जाना इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।