भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी भोपाल के मिंटो हाल पहुंचकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार के कई मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे। इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर सीएए को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि महात्मा गांधी के विचारों को शामिल करते हुए मैं मांग करता हूं कि सीएए जो कि महात्मा गांधी के विचारों और संविधान के विपरीत है उसे तत्काल वापस लिया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर हमें इस बात का दुख है कि 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की शारीरिक हत्या की गई थी लेकिन महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनके विचारों की हत्या भारतीय जनता पार्टी की सरकार की ओर से की गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग हैं हमेशा से महात्मा गांधी के विचारों से असहमत होते हुए। जिन्होंने हमेशा संविधान का विरोध किया, राष्ट्रीय ध्वज का विरोध किया। इनकी मानसिकता नफरत फैलाने वालों की है, और नफरत से हिंसा बढ़ती है। दिग्विजय सिंह ने केन्द्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि में वे महात्मा गांधी के प्रति उनके विचारों के प्रति समर्पित है, तो उनको भारत सरकार चश्मे तक सीमित ना रखें। बल्कि अपने आचरण, अपने व्यवहार में, अपनी नीतियों में महात्मा गांधी के विचारों को शामिल करते हुए मैं मांग करता हूं कि सीएए जो महात्मा गांधी के विचारों और संविधान के विपरीत है, उसे तत्काल वापस लिया जाए।
भाजपा विधायक के देहांत पर जताया दु:ख
दिग्विजय सिंह ने आगर से भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन पर दुख जताते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। सिंह ने कहा कि मनोहर ऊंटवाल के देहांत का समाचार मिला है, मुझे इस बात का दुख है। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवार को अपनी ओर से संवेदना व्यक्त करता हूं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को धिक्कारा
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे हनुमान चालीसा आयोजन को लेकर भ्रमित करने वाले बयान पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कि अगर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह हनुमान चालीसा को भ्रमित करने वाला कहा हैं तो उन्हें धिक्कार है।