भोपाल/गुना।
मध्यप्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज होते ही जनसंपर्क शुरु हो गया है। नेता-मंत्री सभी वोट की गुहार लेकर जनता के बीच पहुंच रहे है। खास बात ये है कि इस साल के प्रत्याशियों के साथ उनका परिवार भी इस प्रचार में शामिल हुआ है। कोई पिता के लिए तो कोई मां के लिए तो कोई पति के लिए वोट मांग रहा है।यशोधरा के बेटे और उमाशंकर गुप्ता की बेटी के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की बहू भी अब पति और राघौगढ़ विधायत जयवर्धन के समर्थन में जनता के बीच पहुंच रही है।
दरअसल, इस बार भी कांग्रेस ने राघौगढ़ से दिग्विजय सिंह के बेटे और वर्तमान विधायक जयवर्धन सिंह को मैदान में उतारा है।चुंकी दिग्विजय ने तो पहले ही बेटे के फेवर में वोट मांगने से इंकार कर दिया है, ऐसे में उनकी बहू और जयवर्धन की पत्नी श्रीजम्या ने मोर्चा संभाला है। शनिवार को श्रीजम्या ने पति जयवर्धन और बेटे के साथ प्रचार प्रसार किया और लोगों से वोट करने की अपील की।। इसके पहले राघोगढ़ किले में अपने घर में पारिवारिक हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की और स्थानीय लोगों के बीच केक काट कर उनके साथ अपना जन्मदिन मनाया। लोगों ने राजा साहब की बहू को खूब आशीर्वाद दिया ।हालांकि श्रीजम्या के लिए प्रचार-प्रसार नई बात नही थी, इसके पहले भी वे कई बार इलाके का दौरा कर चुकी है।
बताते चले कि सालों से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह और उनका परिवार ही इस सीट पर राज करते आया है। दिग्विजय सिंह को यहां के लोग राजा साहेब, दरबार, दिग्गी राजा या हुकुम के नाम से पुकारते हैं जबकि उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को छोटे साहब कहा जाता है। दिग्विजय सिंह पहली बार 1977 में यहां से विधायक बने थे। उसके बाद से कांग्रेस ये सीट कभी नहीं हारी। वर्तमान में उनके बेटे जयवर्धन यहां से विधायक है। अब भाजपा फिर सीट हथियाने की कोशिश में है, जिसके लिए भाजपा ने इस बार भूपेन्द्र रघुवंशी को राघौगढ़ से उतारा है। हालांकि, इस बार का चुनाव कांग्रेस-भाजपा के लिए काफी कठिन होगा। क्योंकि, एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन और आरक्षण का मुद्दा, सपाक्स संगठन लोगों की जुबां पर बनाए हुए है। इसका असर भी कई क्षेत्रों में दिखाई भी देता है।खैर जीत किसकी होगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।