बैंड बाजा को प्रोमोट करने वाली सरकार में क्यों नाराज हैं DJ बाले बाबू

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भोपाल। चुनाव और  बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान प्रतिबंध से नाराज डीजे संचालको ने भोपाल के कमला पार्क पर धरना देकर अपना विरोध जताया| डीजे संचालको का आरोप है कि डीजे पर बैन के चलते उन्हें  लाखो रूपए का नुक्सान हो रहा है और उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है | इससे पहले डी जे संचालको ने सुबह मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई| 

एक तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जहां प्रदेश के युवाओं को बैंड बाजे के माध्यम से रोजगार देने की बात कर रहे हैं तो वही पहले से ही डीजे के माध्यम से रोजगार पा रहे नौजवानो की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। दरअसल यह संकट किसी और वजह से नहीं बल्कि लोकसभा चुनावों के कारण लगी आचार संहिता के कारण हुआ है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी रात 10:00 बजे के बाद डीजे ना बजाए जाने के आदेश देकर डीजे मालिकों के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी लेकिन आचार संहिता में तो डीजे पर लगी पाबंदी ने डीजे मालिकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा कर दिया है

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डी जे संचालको का आरोप है की उनसे रात 10 बजे के बाद डीजे नहीं बजाने का बांड प्रशासन ने भरवाया था पर प्रशासन दिन में भी डीजे नहीं बजाने दे रहा| इसके पहले मध्यप्रदेश सरकार ने तय मानक से अधिक आवाज में डीजे बजाने पर डीजे संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया था। साथ ही सख्त आदेश जारी करते हुए होटल मालिकों व मैरिज पैलेस प्रबंधको व डीजे संचालकों के साथ बैठक कर लापरवाही करने वाले पर कार्रवाई करने की हिदायतें दी थी। बाद में चुनाव आचार संहिता के दौरान आयोग ने DJ पर चुनाव तक पूरा तरह प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद से DJ संचालकों के रोजगार पर गहरा प्रभाव पड़ा। इसी विरोध में शुक्रवार को भोपाल शहर के सभी डीजे संचालकों ने आयोग के सामने प्रदर्शन करते हुए आपनी बात रखी।


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