भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने सरकार से कर्मचारियों का वाहन भत्ता 200 रूपये से बढ़ाकर 1500 करने की मांग की है। संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा कि कर्मचारियों को दो साल से महंगाई भत्ता नहीं मिला है और साल भर से वेतन वृद्धि नहीं हुई है।
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उन्होने कहा कि सितंबर 2012 से कर्मचारियों को केवल 200 रूपये वाहन भत्ता के नाम पर दिए जा रहे हैं और वो भी मध्यप्रदेश में केवल चार शहरों में मिलते हैं। केंद्रीय कर्मचारियों को 1800 रूपये प्लस 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलता है लेकिन प्रदेश में सिर्फ 4 शहरों में 200 रूपये दिए जा रहे हैं। उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की कि महंगाई भत्ता बढ़ाया जाए, वेतन वृद्धि की जाए और जिस तरह लगातार पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है, उस हिसाब से वाहन भत्ता बढ़ाया जाए। इसी के साथ उन्होने मांग की कि पेंशनरों को भी महंगाई राहत दी जाए। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने कहा कि महंगाई भत्ता न बढ़ने और एक साल से वेतन वृद्धि न होने के कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। जिस तरह लगातार महंगाई बढ़ रही है ऐसे में कर्मचारियों का गुजारा करना मुश्किल हो गया है इसलिए सरकार उनकी मांगों पर विचार कर तत्काल कोई निर्णय ले।