BHOPAL AIIMS NEWS : एम्स भोपाल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट और कोशिका चिकित्सा पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया, एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक डॉ. अजय सिंह के मार्गदर्शन में, संस्थान में अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें बाल चिकित्सा हेमेटोलॉजी ऑन्कोलॉजी, बोन मैरो और सेलुलर थेरेपी के विशेषज् डॉ. सत्य प्रकाश यादव ने भांग लिया। इस कार्यक्रम में स्वास्य शोधकर्ताओं और छात्रों ने भाग लिया और कोशिका चिकित्सा में हुईं प्रगति के बारे में सीखा।
पहले और अब तक के इलाज का सफर
डॉ. यादव ने कोशिका चिकित्सा की यान्रा को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विकिरण से बचाव के लिए किए गए साधारण बोन मैरो ट्रांसप्लांट से लेकर वर्तमान दौर के उन्नत प्रक्रियाओ जैसे बोन मैरो और पेरिफेरल स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, CAR-T सेल थेरेपी, जीन थेरेपी और जीन एडिटिंग तक के विकास को दर्शाया। उन्होंने CAR-T सेल थेरेपी की परिवर्तनकारी संभावनाओं पर जोर दिया, जो कैंसर कोशिकाओं को निशाना बना सकती है और ऑटोइम्यून तथा रूमेटिक विकारों के लिए आशाजनक उपचार साबित हो सकती है।
व्याख्यान के दौरान डॉ. यादव ने कॉर्ड ब्लड स्टेम सेल की सीमित उपयोगिता के बारे में भी बताया और व्यावसायिक रूप से कॉर्ड ब्लड बैंकिंग के प्रचार के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने रक्त कैंसर, थेलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया और एप्लास्टिक एनीमिया जैसी जटिल स्थितियों के उपचार में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की महत्वपर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। साथ ही उपचार के दुष्रंभावों को कम करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
स्वास्थ्य परिणामों में सुधार
इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा, “ऐसे शैक्षणिक संत्र स्वास्थ्य पेशेवरं के बीच नवीनतम प्रगति और नैदानिक जान के आदान-प्रदान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। अद्यतन जानकारी के साथ हम अपने मरीजों को बेहतर और नवाचारी उपचार प्रदान कर सकते हैं जिससे स्वास्थ्य परिणामों में सुधार होगा।” कार्यक्रम में बाल चिकित्सा विभांग की प्रमुख प्रो. डॉ, शिखा मलिक ने अतिथि वक्ता का स्वागत किया, वहीं सत्र का संचालन बाल चिकित्सा हेमेटोलॉजिस्ट और ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. नरेंद्र चौधरी ने किया।