भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल (Madhya Kshetra Vidhyut Vitaran Company) देश की पहली ऐसी बिजली वितरण कंपनी है जिसमें कारपोरेट कार्यालय (Corporate Office) से लेकर क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक (Regional Chief General Manager) और वृत्त कार्यालयों (Circle Office) में भी ऑफिस प्रणाली (Office System) से काम किया जा रहा है। कंपनी द्वारा 27 जुलाई से एनआईसी ई-ऑफिस प्रणाली (E-Office System) के माध्यम से ही फाइल और पत्राचार (File And Correspondence) किया जा रहा है। पिछले डेढ़ महीने से चल रही ई-ऑफिस प्रणाली पूरे मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में सराही जा रही है
गौरतलब है कि ई-ऑफिस प्रणाली के साथ-साथ मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में 1 दर्जन से भी अधिक आईटी के ऐसे प्रयोग किए हैं जो की देश के पावर सेक्टर में एक मिसाल बन गई है। कंपनी द्वारा बनाए गए अनुप्रयोगों में उच्चदाब से लेकर निम्नदाब कृषि उपभोक्ता, गैर घरेलू उपभोक्ता और अन्य श्रेणी के सभी उपभोक्ताओं को ऑनलाइन आवेदन करने पर भार में वृद्धि कमी के साथ ही नवीन कनेक्शन (New Connection) भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इसी प्रकार ऑनलाइन बिल भुगतान (Online Bill Payment) के अनेक विकल्प उपभोक्ताओं को दिए हैं। जिसका उपयोग करीब 7 से आठ लाख उपभोक्ता कर रहे हैं। गांवों में कॉमन सर्विस सेंटर (Common Service Center In Village) के माध्यम से बिल भुगतान की सुविधा मेंटेनेंस ऐप, सेल्फ मीटर रीडिंग सुविधा, इंटरप्राइजेज रिसोर्सेस प्लानिंग जैसे अनेक अनुप्रयोग कंपनी में लागू किए गए हैं। जिसका उपभोक्ता और कंपनी को निरंतर लाभ मिल रहा है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह (Minister Praduman Singh Tomar) तोमर ने कोरना काल के दौरान मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा ऑफिस की कार्यप्रणाली को परंपरागत फाइल वर्क्स से ही ई-ऑफिस प्रनाली की तरफ शिफ्ट किए जाने और कॉर्पोरेट कार्यालय के सभी अनुभवों के साथ ही कंपनी के क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक एवं वृत्त कार्यालयों द्वारा ऑफिस प्रणाली के माध्यम से सफलतापूर्वक काम शुरू करने पर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं के हित में महत्वपूर्ण कार्य किया है। ई-ऑफिस प्रणाली के लागू होने से उपभोक्ताओं के कार्य जल्दी हो रहे हैं, और कार्यालयीन कार्य में समय की बचत हो रही है। साथ ही भौतिक रूप से फाइल का मूवमेंट नहीं होने वाह मानव रहित व्यवस्था होने से संक्रमण आदि से भी बचा जा रहा है।