Deepak Joshi joined Congress : पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने आज भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया, लम्बी जद्दोजेहद के बाद पिता के सम्मान की खातिर दीपक जोशी आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और पीसीसी अध्यक्ष कमल नाथ और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी ज्वाइन करने के बाद दीपक जोशी ने कहा ये शिष्टाचार और भ्रष्टाचार के बीच की लड़ाई है, मैं पिता के सम्मान के लिए लगातार गुहार लगाता रहा लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संगठन ने इसपर ध्यान नहीं दिया, भाजपा अब अपने मूल आदर्शों और सिद्धांतों से भटक गई है। दीपक जोशी ने कहा कि कांग्रेस यदि कहेगी तो मैं शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूँ लेकिन किसी कांग्रेसी का हक़ नहीं छीनूँगा।
भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने आज भाजपा को अलविदा कह दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर उनके पिता के सम्मान को ठेस पहुँचाने के आरोप लगाये, कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद उनके निशाने पर भाजपा का प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रहे।
मेरे पिताजी के सम्मान से बड़ा मेरे जीवन में कुछ नहीं
पिछले दिनों आज के दिन यानि 6 मई को कांग्रेस की सदस्यता लेने का ऐलान करने के बाद भाजपा नेताओं ने दीपक जोशी को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने भी कल शाम दो बहुत प्रयास किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, दीपक जोशी ने कहा कि पिता के सम्मान से बड़ा मेरे जीवन में कुछ नहीं है और उनके सम्मान की खातिर में कांग्रेस में जा रहा हूँ।
सीएम शिवराज ने मेरे पिताजी का स्मारक बनवाने में रुचि नहीं दिखाई
पूर्व विधायक दीपक जोशी ने कहा कि मैंने केवल पिता का स्मारक बनाने के लिए मुख्यमंत्री से जमीन देने का निवेदन किया था , मैंने कहा था कि भोपाल से लेकर देवास तक कहीं भी उनका स्मारक बनवा दीजिये लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे अनसुना कर दिया। मेरे पिता मुख्यमंत्री रहे, लोकसभा सांसद रहे, राज्य सभा सांसद रहे, भाजपा को गढ़ने वाले रहे , क्या उनका एक स्मारक नहीं होना चाहिए।
अटल जी को मैं भगवान मानता हूँ
भोपाल रवाना होने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, “मैं राजनीति को हमेशा खेल की तरह मानता आया हूँ अटल जी को अपना भगवान मानता हूँ और मानता रहूंगा और हार-जीत से मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता।” आगे उन्होंने कहा कि, “आज भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है।” पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ऐश्वर्य और सुख के साधन जुटाए जा रहे हैं। पार्टी बहुत बुरी तरह भटकी हुई है। मैं लगातार जिम्मेदारों को आगाह करता रहा लेकिन जिम्मेदारों को सुनाई नहीं दे रहा था। इसलिए अब हम ईमानदारी को संजोने की राह पर निकल पड़े है।
पूर्व सीएम कमल नाथ की तारीफ की
आज भाजपा का कार्यकर्ता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा। इसलिए मैं इनकी आवाज बनकर कांग्रेस में समाहित हो रहा हूं। भ्रष्टाचार, अत्याचार, व्यभिचार की व्यवस्था देने वाली पार्टी को उखाड़ फेंकेंगे। आज प्रदेश की जरूरत है, हम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में ऐसी सरकार बनाएंगे जिसका विजन हो। इस दौरान उन्होंने अपने पिताजी की ईमानदारी को बयान करते हुए कहा कि, पिताजी की विरासत को सहेजना है। मेरे पास यही ईमानदारी है। मेरे पिता जी के निधन के समय मुख्यमंत्री रहते हुए कमलनाथ ने मात्र 3 मिनट में स्मारक के लिए भूमि दी थी।
मैं शिवराज सिंह चौहान को बड़ा भाई नहीं मानता
मीडिया ने जब दीपक जोशी से कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओम्कारेश्वर में कहा कि वे आको अपना छोटा भाई मानते हैं , जवाब देते हुए दीपक जोशी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान भले ही मुझे अपना छोटा भाई मानते हों , मैं उन्हें अपना बड़ा भाई नहीं मानता ।
सभी का मिल रहा आशीर्वाद
आगे उन्होंने कहा कि, आज प्रदेश में जनता की स्थिति बहुत भयावह हो गई है। हितग्राही दर-दर भटक रहे हैं, पैसों के लेन-दिन के बिना कुछ भी काम नहीं होता। यही कारण है कि आज मैं भाजपा को छोड़ रहा हूं, जिसने गांधी को नहीं बल्कि गांधी के नोटों अपनाने का प्रयास किया। वहीं, भाजपा से जुड़े लोगों का भी मुझे आशीर्वाद मिल रहा है।
बागली (देवास) से सोमेश उपाध्याय की रिपोर्ट