Mon, Dec 29, 2025

घुटनों के दर्द से निजात के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह पकड़ाया, बैंक मैनेजर से ठगे करीबन 43 लाख

Written by:Sushma Bhardwaj
Published:
घुटनों के दर्द से निजात के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह पकड़ाया, बैंक मैनेजर से ठगे करीबन 43 लाख

BHOPAL NEWS : घुटनों के दर्द से निजात दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के सदस्य को भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है, आरोपी ने आयुर्वेदिक ईलाज के नाम पर 42 लाख 73 हजार रुपये की धोखाधड़ी की थी, इसे जोधपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी करता था। गैंग के सदस्य होटल रेस्टोरेंट और पार्क के आसपास बुजुर्ग महिलाओं को शिकार बनाते थे। पकड़े गए आरोपियों के कई बैंक खाते सामने आए है।

पूछताछ में हुआ खुलासा   
खास बात यह है की गिरोह के सदस्य ऐसे लोगों पर नजर रखते थे जो बुजुर्ग होते थे और घुटनों के दर्द से पीड़ित होते थे,, गिरोह के सदस्य शहर की कालोनी के पार्क में  घूमने के बहाने जाते और वहाँ आने वाले बुजुर्गों को अपनी बातों में फंसा कर अपना शिकार बनाते, गैंग के दो सदस्य वैद्य व सहायक बनकर इलाज करने घर भी जाते थे वही सहायक बनकर घर इलाज करने पहुंचा गिरोह का सदस्य बैंक जाकर अपने गैंग के खाते में पैसे जमा कराता था, पैसे आते ही जोधपुर में  स्थित सदस्य तुरंत निकाल लेता था।

इस तरह मामला आया सामने 

आवेदक राकेश मोहन विरमानी निवासी शाहपुरा भोपाल द्वारा एक लिखित शिकायत आवेदन पत्र थाना क्राइम ब्रांच भोपाल में दिया था जिसमे उन्होंने बताया था कि डॉ राजीव, डॉ आर पटेल, संजीवनी आयुर्वेदिक भंडार और एक अन्य एक लड़का के द्वारा ईलाज के नाम पर 44 लाख रु की धोखाधड़ी की गई है, पीड़ित खुद बैंक मैनेजर है उसके बावजूद ठगों के झांसे में आ गए और अपनी पत्नी के घुटनो के इलाज के नाम पर करीबन 44 लाख गवां बैठे, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उनका गैंग है जिसमे करीब 6-7 लोग है । वह तथा उसके दो-तीन साथी जोधपुर में रहते है । शेष सदस्य भोपाल आकर आउटर क्षेत्र में निवास करते है तथा दिन एवं शाम के समय बड़े होटल एवं रेस्टोरेंट के पास जाकर बुजुर्ग एवं ऐसी महिलाये जिनको चलने में दिक्कत होती है। उन्हें टारगेट करके थे और फिर उन्हें बातों में इस कदर उलझा लेते थे कि सामने वाला उनके झांसे में आ जाता था, जिसके बाद वह घुटनो के इलाज के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूल लेते थे, जबकि घुटने के इलाज के नाम पर वह पैरों से मवाद निकालने के नाम पर बेवकूफ बनाते थे और पेनकिलर देकर दर्द कम कर देते थे, गैंग के वैद्य के द्वारा आयुर्वेदिक दवाओं के लिये पीड़ित को संजीवनी आयुर्वेदिक भंडार  नई दिल्ली का पता दिया जाता था इस तरह गैंग के सदस्य के द्वारा इलाज के नाम पर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया गया । क्राइम ब्रांच ने इस मामलें में सावर लाल जाट जोधपुर निवासी को गिरफ्तार किया है वही और अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।