सरकार माफ कर चुकी है 3 महीने में 70 करोड़ रुपए टैक्स, फिर भी थमे हैं बसों के पहिये

लो-फ्लोर बसों

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। करोड़ों रूपए की टैक्स माफी के बाद भी राजधानी में इंटर स्टेट बसों (Inter State Bus) का संचालन बंद है। राजधानी में केवल 5 प्रतिशत ऑपरेटर्स ही इंटर स्टेट बस चला रहे हैं। लॉकडाउन (Lockdown) के बाद हुई अनलॉक की प्रक्रिया में सरकार (Government) ने परिवहन को चालू करने की इजाजत दी, लेकिन अनलॉक के 2 माह बाद भी बस संचालक (Bus Operator) ज़िद पर अड़े रहे कि जब तक 3 माह का टैक्स माफ नहीं होगा तब तक बसें नहीं चलाई जाएंगी। बस संचालकों की जिद के सामने सरकार अब करोड़ों रूपये का टैक्स माफ करना पड़ा। बावजूद इसके राजधानी में अब भी इंटर स्टेट बसों का संचालन बंद है।

बस ऑपरेटर अब भी कई मांगों को लेकर जिद पर अड़े हैं। बस ऑपरेटरों का कहना है कि सरकार ने केवल टैक्स माफ किया है जबकि एक बस को मेंटेन करने के लिए लाखों रुपए का खर्चा होता है। बस का इंश्योरेंस, फिटनेस , मेंटेनेंस इन खर्चो को बस ऑपरेटर अपनी जेब से नहीं भर सकते। अब बस संचालकों की मांग है कि सरकार यात्री बस का किराया 50 फीसदी तक बढ़ाएं जिससे बस संचालक बसों का संचालन शुरू कर सकें।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।