ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही सरकार की नाराज़गी खुलकर ज़ाहिर हो गई है। भोपाल में बुधवार रात बीजेपी ने उनके समर्थन में पोस्टर बैनर लगाए थे, गुरूवार सुबह ही नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया।
इससे पहले बुधवार को पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कार्यालय) से सिंधिया का केबिन हटा दिया गया। उनके स्टाफ को भी केबिन दिया गया था लेकिन सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही दोनों केबिन को पीसीसी से उखाड़ फेंक दिया गया। सिंधिया से नाराजगी का आलम ये था कि उनकी नेम प्लेट को भी निकालकर फेंक दिया गया।
उधर ग्वालियर में भी बुधवार को आनन फानन में कलेक्टर बदल दिये गए हैं और विदिशा कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम को ग्वालियर कलेक्टर बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक वो जल्दी ही कोई बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके सबसे करीबी एक पूर्व आईएएस के यहाँ छापे की कार्रवाई की चर्चा से भी बाजार गर्म रहा। सूत्रों की माने तो सिंधिया से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा जा सकता है।