Mon, Dec 29, 2025

Teachers Day पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने MP की शिक्षिका सारिका घारू को “राष्‍ट्रीय शिक्षक सम्‍मान” से किया सम्‍मानित

Written by:Pooja Khodani
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Teachers Day पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने MP की शिक्षिका सारिका घारू को “राष्‍ट्रीय शिक्षक सम्‍मान” से किया सम्‍मानित

Happy Teacher Day 2023 : आज 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले के हायरसेकंडरी स्‍कूल सांडिया में माध्‍यमिक शिक्षक के रूप में पदस्‍थ सारिका घारू को महामहिम राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में राष्‍ट्रीय शिक्षक सम्‍मान से सम्मानित किया।इस अवसर पर सारिका ने कहा कि मुझे अत्‍यंत प्रसन्‍नता है कि उन महिला राष्‍ट्रपति जी के कर कमलों से मुझे यह सम्‍मान मिला है जो स्‍वयं ग्रामीण आदिवासी क्षेत्र में शिक्षक रह चुकी हैं ।

सारिका घारू को इसलिए मिला सम्मान

दरअसल, शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान एवं शिक्षा की गुणवत्‍ता में सुधार करते हुये छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिये यह सम्‍मान प्रदान किया जाता है । सारिका एक शिक्षक के साथ ही विज्ञान प्रसारक के रूप में अपने विद्यालय , ग्राम तथा जिले के साथ ही प्रदेश के अनेक स्थानों पर बच्चों, महिलाओं, जनजातीय वर्ग के बीच जागरूकता गतिविधियां करती आ रही है। अपने गीतों के माध्यम से अनेक समसामयिक वैज्ञानिक संदेशों को रोचक तरीके से पहुचाने के लिये सारिका ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।

 

इस अवसर पर सारिका ने कहा कि सार्वजनिक सम्‍मान किसी भी व्‍यक्ति को समाज में बेहतर योगदान के लिये प्रेरित करता है । इससे ऊर्जा मिलती है और आत्‍मविश्‍वास बढ़ता है । यह किये गये परिश्रम को श्रेष्‍ठता के रूप मे स्‍थान देता है। निश्चित ही यह राष्‍ट्रीय सम्‍मान मुझे बच्‍चों और आम लोगों के लिये नवाचार एवं समर्पण को बढ़ाने मे मदद करेगा । मेरी इस सफलता से जुड़े सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों , अधिकारियों , परिवारजनों , मेरी विज्ञान की बात हजारों बच्‍चों तक पहुचाने वाले मीडियापर्सन का आभार ।

पहले भी मिल चुके है कई अवार्ड

  1. इसके पहले सारिका को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बच्चों के बीच विज्ञान लोकप्रियकरण में विशेष प्रयासों के लिये 2017 के नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा मध्‍यप्रदेश स्‍कूल शिक्षा विभाग का राज्‍य स्‍तरीय शिक्षक सम्‍मान 2022 तथा मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल द्वारा दिया जाने वाला राज्य स्तरीय- मध्यप्रदेश विज्ञान प्रतिभा सम्मान 2015 भी प्राप्त हो चुका है।
  2. बच्‍चों तथा आमलोगों को आसमान की सैर कराने का ऐसा जुनून की अवकाश के दिन भी आराम नहीं किया । ये सिलसिला विगत 10 सालों से चल रहा है । बच्‍चों को खगोल विज्ञान का ज्ञान देने अपने स्‍कूल तथा आसपास के 100 किमी परिधि के ग्रामों तक सफर कर अपने खर्च पर जागरूकता गतिविधियां करती हैं । वैज्ञानिक ज्ञान देना ही अपने जीवन का लक्ष्‍य बना लिया है ।

  1. समाज में आज जिस तरह से अंधविश्‍वास फैला हुआ है, लोग बिना जाने समझे किसी भी चीज पर विश्‍वास कर बैठते हैं । कई बार उनका यह भरोसा दुख और परेशानी का सबब बन जाता है । ऐसे में लोग कैसे अंधविश्‍वास से मुक्‍त हों, उनके भीतर वैज्ञानिक दृष्टि कैसे विकसित हो, इस बात को ध्‍यान में रखते हुये इन अंधविश्‍वास को वैज्ञानिक ढंग से मिटाने में जुटी हुई हैं सारिका घारू ।
  2. प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र से लेकर राजधानी तक आमलोगों एवं बच्‍चों में वैज्ञानिक जागरूकता बढ़ाने के लिये विगत एक दशक से अभियान चलाये हुये है । सारिका ग्रामीण आदिवासी क्षेत्र के बच्‍चों के बीच एक समर्पित मेंटर के रूप में कार्य कर रही हैं । वे प्रत्‍येक प्राकृतिक एवं खगोलीय घटनाओं के पीछे चले आ रहे मान्‍यताओं के पीछे छिपे वैज्ञानिक तथ्‍यों का स्‍पष्‍टीकरण करने का प्रयास करती आ रही हैं ।

टेलिस्‍कोप से आकाश दर्शन का करती है कार्यक्रम

  • सारिका आसपास के ग्रामों में जाकर टेलिस्‍कोप से आकाश दर्शन का कार्यक्रम करती हैं । इसके अलावा विज्ञान प्रयोगों को बच्‍चों से करवा कर विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने का प्रयास करती हैं । इन बस्‍तियों एवं गांवों में सारिका घारू साइंस वाली दीदी के नाम से प्रसिद्ध हैं ।
  • सारिका ने छात्राओं में विज्ञान के प्रति बढ़ाने किशोरी जागोरी अभियान शुरू किया है । इसके अलावा सारिका द्वारा नेचर वॉक, वैज्ञानिकों से सीधी बात, जल संरक्षण, ओजोन परत संरक्षण ,जैवविविधता संरक्षण आदि विषयों पर अनेक गतिविधियां की जा रही हैं ।सारिका ने ग्रीष्‍म अवकाश में प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, मंडला जैसे आदिवासी क्षेत्रों में पहुंच कर वहां की गंभीर समस्‍या सिकलसेल एनीमिया के फैलाव को रोकने अनेक जागरूकता गतिविधियां की ।
  • सारिका शिक्षकों एवं बच्‍चों में नवाचारों को प्रोत्‍साहित करने के लिये व्‍यक्गित संसाधन, ऊर्जा एवं विचारों को विभिन्‍न गतिविधियों के माध्‍यम से समर्पित करती हैं । सारिका का मानना है कि कोई भी मान्‍यता तब तक सुखकारी हो सकती है जब वह विज्ञान की कसौटी पर सही साबित हो ।

भारत निर्वाचन आयोग के स्वीप आईकॉन के लिए कर रही है कार्य

आम निर्वाचन 2014 से निरंतर भारत निर्वाचन आयोग के स्वीप आईकॉन के लिये कार्य कर रही हैं। मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जागरूकता गतिविधियों के लिये राज्य स्तरीय ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया था। सारिका को माधवराव सप्रे स्मृति संग्रहालय द्वारा महेश गुप्ता सृजन सम्मान ,राज्य महिला आयोग द्वारा राज्य स्तरीय सम्मान तथा केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री माननीय नितिन गडकरी द्वारा वैज्ञानिक जागरूकता के कार्यो के लिये नागपुर में सम्मानित किया जा चुका है