स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, दो डॉक्टर और नर्स सस्पेंड, यह है मामला

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भोपाल| मध्य प्रदेश के हरदा में डॉक्टरों की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत के मामले स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है| स्वास्थ्य आयुक्त नितेश व्यास के निर्देश पर महिला के प्रसव ऑपरेशन में लापरवाही बरतने के आरोप में दो डॉक्टर निलंबित किये गए हैं, वहीं एक डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं| इसके अलावा एक संविदा स्टाफ नर्स को बर्खाश्त किया गया है, वहीं दो नर्सों को सस्पेंड किया गया है| मामले की जिला स्तरीय जांच कमिटी की रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई है| 

दरअसल, मामला तीन माह पुराना है, जब हरदा जिला अस्पताल में प्रसव के लिए शुक्ला कॉलोनी निवासी सुनीता पति विशाल चौरसिया (24) को परिजनों ने प्रसव के लिए भर्ती कराया था। ऑपरेशन से पहले उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाया था। इसके बाद महिला की मौत हो गई। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। सुनीता की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए थे और शव का पाेस्ट मार्टम भी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कराया गया। मृतिका के परिजनों ने जिले के डाॅक्टरों पर भरोसा नहीं होने का लिखित आवेदन पुलिस व प्रशासन को दिया था। 

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मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई थी  जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है| महिला डॉ. भारती शिवहरे ने खाना खाने के 2 घंटे बाद सुनीता का ऑपरेशन कर दिया था,  वहीं डॉक्टर राजेश मिथोरिया पर गलत ढंग से इंजेक्शन लगाने का और शराब पीकर ऑपरेशन थिएटर में जाने का आरोप लगा था | डॉक्टरों की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत हो गई| विभाग ने कार्रवाई करते हुए दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है| निलंबित डॉक्टरों में से एक राजेश मिथोरिया के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए गए हैं, वहीं डॉ भारती शिवहरे को सस्पेंड किया गया है| इसके अलावा एक संविदा स्टाफ नर्स मनीषा सुजाने को बर्खास्त, और वंदना मसीह और चित्रा नाम की दो स्टाफ नर्स को सस्पेंड किया गया है| 


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