भोपाल। मध्य प्रदेश के नवागत स्वास्थ्य मंत्री सुलसी सिलावट चार्ज लेते ही एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने सोमवार को जेपी अस्पताल का औतल निरीक्षण किया। अस्पताल पहुंचे नवागत मंत्री को देख हड़कंप मच गया।डाक्टर से लेकर पूरा स्टाफ इधर उधर भागता दिखाई दिया।
मंत्री सिलावट ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से उनका हालचाल पूछा और वार्ड की व्यस्थाओं को भी देखा। साथ ही उन्होंने मरीजों की समस्या सुनकर उसे तुरंत दूर करने का आश्वासन भी दिया है। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पातल के किचन में भी दौरा किया जहां उन्होंने बन रहे खाने का स्वाद चखते हुए तारीफ की और किचन की सफाई देखकर भी वो काफी प्रभावित हुए। किचन में खाना बनाने वालों से स्वास्थ्य मंत्री ने व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और किसी भी समस्या पर फोन लगाने के लिए भी कहा।
बच्चे की डेफिशिएंसी की जाँच कर इलाज करवायें
मंत्री श्री सिलावट ने अस्पताल में निरीक्षण के दौरान अपने दो वर्षीय बच्चे को गोदी में लिये जनरल वार्ड के बाहर बैठी मण्डीदीप की मायाबाई से उनके अस्पताल आने का कारण पूछा। मायाबाई ने बताया कि वह अपने परिजन की देख-रेख के लिये हॉस्पिटल आई हैं। श्री सिलावट की नजर मायाबाई की गोद में बैठे नन्हें बच्चे पर गई और उन्होंने डॉ. चुघ से बच्चे की ओर देखकर कहा कि बच्चा सामान्य नहीं है, किसी डेफिशिएंशी से ग्रसित है। डॉ. चुघ ने भी इस पर सहमति व्यक्त की। बच्चे की माँ ने बताया कि उसे खून की कमी से संबंधित बीमारी है। इस पर श्री सिलावट ने डॉ. चुघ को निर्देश दिये कि वह आज ही इस बच्चे का परीक्षण कर उसकी डिफिशिएंशी का पता कर उपचार सुनिश्चित करवाकर उन्हें अवगत करवायें।
मंत्री श्री सिलावट ने महिला जनरल वार्ड में भी मरीजों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मरीजों की देखभाल के लिये मौजूद उनके परिजनों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं पर बातचीत की। मंत्री श्री सिलावट ने अस्पताल में काम करने वाले स्टॉफ, आशा कार्यकर्ता आदि से भी उनके द्वारा किये जा रहे कार्य की जानकारी प्राप्त की।