भोपाल।
बुधवार को मध्यप्रदेश (madhypradesh) में दक्षिण-पश्चिम मानसून (monsoon) के भोपाल में एंट्री के बाद देर रात झमाझम बारिश हुई।वही प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहा। अगले चौबीस घंटे मौसम विभाग ने फिर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।मौसम विभाग ने उमरिया, शहडोल, कटनी, बालाघाट, दमोह में भारी बारिश की आशंका है, वहीं अनूपपुर व डिंडोरी अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।वही प्रदेश के मंदसौर, नीमच, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़ और पन्ना में आंधी के साथ बारिश की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि वर्तमान में विदर्भ और आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। पूर्वी उप्र.और उसके आसपास भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त पूर्वी राजस्थान से बांग्लादेश तक एक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बनी हुई है। जो दक्षिणी उप्र. से होकर जा रही है। इन तीन सिस्टम के कारण मप्र में बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है।वही 19 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है,जिसके बाद 20 जून से बारिश तेजी से होगी। इस बार मध्यप्रदेश में सामान्य से 96 या 104 फ़ीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना है। जून से सितंबर तक सामान्य यानी बारिश के कोटे से 9 फ़ीसदी कम या ज्यादा बारिश हो सकती है। इसका आकलन जून के बाद ही किया जाएगा।
मौसम विभाग का कहना है कि जून में अब तक 75.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जून महीने में मध्य प्रदेश के 38 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज हुई है।खास बात ये है कि सात साल के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब मानसून तय समय से 4 दिन पहले भोपाल संभाग के सीहोर रायसेन जिले में भी पहुंचा।