सीएम डॉ मोहन यादव ने किया 10 हजार गायों की क्षमता वाली हाईटेक गौशाला का भूमि-पूजन, बोले- गौमाता को कोई कष्ट नहीं होना चाहिए

गौ-शाला में गायों के गोबर एवं मूत्र आदि से विभिन्न सामग्री तैयार की जाएगी और जैविक खाद निर्माण के लिए संयंत्र भी लगाया जाएगा।

Atul Saxena
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Hitech Gaushala Bhoomi Pujan Bhopal

Bhopal News : गौमाता की सेवा को फलदायी और पुण्यदायी मानने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर सरकार प्रदेश में गौमाता की अच्छे से सेवा के लिए गौशाला की स्थापना कर रही है, मुख्यमंत्री ने आज राजधानी भोपाल के बरखेड़ी डोब में प्रदेश की पहली हाईटेक गौशाला का भूमिपूजन किया, इस गौशाला की क्षमता  10 हजार गायों की देखभाल करने की है। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि ये एक अनूठा और अद्भुत अवसर है, मैं ग्यारंटी से कह सकता हूँ राजधानी की द्रष्टि से पूरे देश के किसी भी राज्य की राजधानी में कहीं भी 10 हजार गायों की क्षमता वाली गौशाला नहीं होगी, उन्होंने कहा कि हम इन गौशाला में सरकार नगर निगम सबको जोड़ रहे हैं।  लेकिन ये याद रखे कि अब गौमाता को कोई भी कष्ट नहीं होना चाहिए।

25 एकड़ क्षेत्र में बनाई जा रही है हाईटेक गौशाला

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में वर्तमान वर्ष (चैत्र माह से फाल्गुन माह तक) गौ-संरक्षण एवं गौ-संवर्धन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए भोपाल के बरखेड़ी डोब में 10 हजार गायों की क्षमता वाली अत्याधुनिक गौ-शाला के निर्माण की योजना है। गौ-शाला लगभग 25 एकड़ क्षेत्र में बनाई जा रही है। इसमें गायों के आधुनिक तरीके से रख-रखाव के साथ ही उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से युक्त चिकित्सा वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। गौ-शाला में सीसी टीवी के माध्यम से निरंतर मॉनीटरिंग की व्यवस्था रहेगी।

निर्माण कार्य में खर्च होंगे 15 करोड़ रुपये 

लगभग 15 करोड रुपए की लागत की गौ-शाला का निर्माण कार्य ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा कराया जाएगा, वहीं नगर निगम एवं पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी होंगे। गौ-शाला को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत द्वारा वित्तपोषण किया जाएगा। गौ-शाला का संचालन नगर निगम द्वारा किया जाएगा। गौ-शाला का निर्माण तीन चरणों में होगा, जिसमें प्रथम चरण में लगभग 2000 पशु क्षमता का निर्माण किया जाएगा।

भूसा, हरा घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से होगा उपलब्ध 

इस अत्याधुनिक गौ-शाला में गायों को भूसा, हरा घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। गौ-शाला में गायों के गोबर एवं मूत्र आदि से विभिन्न सामग्री तैयार की जाएगी और जैविक खाद निर्माण के लिए संयंत्र भी लगाया जाएगा। गौ-शाला में रहने वाले पशुओं एवं सड़कों पर घायल एवं बीमार होने वाले पशुओं के उपचार के लिए चिकित्सा वार्ड भी बनाया जा रहा है

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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