Holi 2025: सीएम डॉ मोहन यादव ने दी बधाई, कहा- MP Police के अधिकारियों-कर्मचारियों के समर्पण से शांति से संपन्न हुआ त्यौहार

सीएम मोहन यादव ने कहा होली का ये त्यौहार भारत की सनातन परंपरा का हिस्सा है इसमें पुलिस की मुस्तैद भूमिका के कारण प्रदेश के लोग आनंद में डूबे रहे, मैं सभी को बधाई देता हूँ।

Atul Saxena
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Holi 2025: रंगों का त्यौहार मध्य प्रदेश में शांति के साथ संपन्न हो गया , प्रदेश में कहीं से भी कोई अप्रिय घटना का समाचार नहीं आया, प्रदेश के लोगों ने शांति और अमन चैन के साथ रंग और गुलाल से एक दूसरे को रंगा और गले लगकर बधाई दी, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस माहौल के लिए मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है।

मध्य प्रदेश पुलिस दो दिनों तक राउंड द क्लॉक मुस्तैद रही रही और उसने कोई भी अप्रिय स्थिति पैदा नहीं होने दी , सभी जिलों में लोगों ने आपसी सौहाद्र और भाई चारे के साथ एक दूसरे को रंग लगाया, गुलाल लगाया और गले मिलकर इस रंगबिरंगे त्यौहार की शुभकामनायें दी।

IG,DIG,SP स्तर के बड़े अधिकारी रहे सड़क पर मुस्तैद  

प्रदेश में कोई घटना न हो इसके लिए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किये थे डीजीपी के निर्देश पर आईजी, डीआईजी, एसपी जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी सड़क पर मुस्तैद दिखे वे भी तैनात रहे और स्थितियों पर नजर रखे रहे जिसके चलते खुशियाँ बाँटने वाला त्यौहार होली शांति के साथ सम्पन्न हो गया।

सीएम डॉ मोहन यादव ने दी MP Police को बधाई  

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है, उन्होंने एक वीडियो सन्देश जारी करते हुए कहा  पुलिस के समर्पण से होली का पर्व शांति और अमन चैन से पूरा हुआ, पुलिस विभाग द्वारा जो 2 दिन मुस्तैदी से ड्यूटी की है उसमें उनका परिश्रम, समर्पण , सेवा और त्याग शामिल है।

पुलिस की दक्षता के कारण बना रहा अमन चैन 

सीएम ने कहा सच्चे अर्थों में पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की अपनी दक्षता के कारण होली पर अमन चैन बना रहा, हमारा ये त्यौहार भारत की सनातन  परंपरा का हिस्सा है इसमें पुलिस की मुस्तैद भूमिका के कारण प्रदेश के लोग आनंद में डूबे रहे, मैं सभी को बधाई देता हूँ।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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