ADG मिश्रा मामले में बोले गृहमंत्री- कानून को हाथ में लेने वाले के खिलाफ होगी कार्रवाई

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भोपाल।

 ADG राजेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा ‘मृत पिता’ के इलाज कराने के मामले में नया मोड़ आ गया है।मिश्रा ने अपने पिता के जीवित होने का दावा किया है। मीडिया में खबर आने के बाद सुबह अधिकारी मिश्रा के घर पहुंचे और देखा कि पिता की सांसे चल रही है और मिश्वा की बहन जो कि पेशे से डॉक्टर है उनका इलाज कर रही है।हालांकि अभी तक स्पष्ट रुप से किसी भी अधिकारी ने का कोई बयान समाने नही आया है। इसी बीच गृहमंत्री बाला बच्चन ने बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है।बच्चन ने कहा कि मामला मेरी जानकारी में नही । मैं जानकारी लेकर ही बता पाऊंगा।हालांकि उन्होंने कार्रवाई की बात कही।

मीडिया से चर्चा के दौरान बच्चन ने कहा कि मुझे आपके द्वारा ये जानकारी मिली है।मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस मामले में चर्चा कर आपको आगे की जानकारी दे पाउंगा। कानून को हाथ में लेने वाला कितना भी बड़ा व्यक्ति हो उसके खिलाफ विधि अनुसार ही कार्रवाई होगी।आईपीएस अधिकारियों की टीम जल्द ही इस मामले में घर पहुंचकर जांच करेगी।थोड़ी देर में यह यह आईपीएस राजेंद्र कुमार मिश्रा के बंगले पर पहुंचेगी। वे आईपीएस और उनके परिवार वालों से बातचीत करेंगे। मौके की स्थिति और बातचीत के बाद पुलिस मुख्यालय इस मामले में कोई फैसला लेगा।

ये है पूरा मामला

दरअसल, राजेन्द्र मिश्रा पुलिस मुख्यालय भोपाल में एडीजी हैं और 74 बंगले स्थित डी-7 में रहते हैं। मिश्रा अपने 84 साल के पिता कालूमनी मिश्रा को 13 जनवरी को हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए थे, इलाज भी हुआ और अगले दिन 14 जनवरी की शाम पौने चार बजे डॉक्टरों ने उनके पिता को मृत घोषित कर दिया और डेथ सार्टिफिकेट भी जारी कर दिया था। लेकिन खबर में सामने आय़ा है कि बावजूद इसके मिश्रा उन्हें घर में रखे हुए है और उनका आयुर्वेदिक इलाज और झाड़-फूंक करा रहे हैं। मिश्रा का दावा है कि उनके पिता जिंदा है और वे जल्द ठीक हो जाएंगे। खबर है कि राजेन्द्र अपने पिता की मौत को स्वीकार नही कर रहे है, जिसके चलते वे ऐसा कर रहे है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब आईपीएस के मृत पिता की तीमारदारी में लगे एसएएफ के दो जवान बीमार होने लगे।  बताया जा रहा है कि बदबू की वजह से एसएएफ के दो जवान बीमार हो गए थे। इस खबर के बाद से अधिकारी खेमे में हड़कंप मच गया है।  मामले में डीजीपी वीके सिंह ने एडीजी रैंक के अधिकारियों की टीम बनाई है।

लोगों ने बदबू से किया इंकार

वही पड़ोसियों ने बदबू आने की खबर से इंकार किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोई बदबू नही आ रही है इसलिए अभी तक हमारे द्वारा पुलिस में कोई भी शिकायत नही की गई है।

सर्टिफिकेट पर उठ रहे सवाल

पूरे घटनाक्रम के बाद अब सर्टिफिकेट पर सवाल उठ रहे है। चुंकी अस्पताल ने दावा किया है कि 14  जनवरी को मिश्रा के पिता की मौत हो चुकी है और उनके द्वारा डेथ सर्टिफिकेट भी जारी किया गया है।बताया जा रहा है कि मिश्रा अपने 84 साल के पिता कालूमनी मिश्रा को 13 जनवरी की रात आठ बजकर दस मिनट पर एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे। इलाज भी हुआ और अगले दिन 14 जनवरी की शाम पौने चार बजे डॉक्टरों ने उनके पिता को मृत घोषित कर दिया और डेथ सार्टिफिकेट भी जारी कर दिया।

मायावती के ट्वीट पर बोले गृहमंत्री

वही मायावती के ट्वीट को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि हम कानून में कसावट लाने की कोशिश कर रहे है। सत्ता में आते ही हमे प्रदेश की कानून व्यवस्था ट्रैक से उतरी हुई मिली थी। हम कानून व्यवस्था को ट्रैक पर लाने की कोशिश कर रहे है। बिगड़ती कानून व्यवस्था और सतना अपहरण मामले में भी गृहमंंत्री बाला बच्चन ने उदासीनता दिखाई। बच्चन ने कहा कि मैं जानकारी लेकर बताऊंगा। साथ ही NSA की कार्यवाही पर गृह मंत्री ने कहा कि आदतन अपराधी है इसलिए यह कार्रवाई की गई है।


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