भोपाल। प्रदेश में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हटते ही फिर से तबादलों का दौर शुरु हो गया है। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सत्ता की कमान संभालते ही करीब 40 जिलों के कलेक्टर बदले थे और अब फिर छह जिलों के कलेक्टरों को बदला गया है। हैरानी की बात तो ये है कि चुनाव के दौरान आयोग ने जिन कलेक्टरों को हटाया था कमलनाथ सरकार ने उन्हें फिर वही पदस्थ कर दिया है।चुनाव बाद हुई इस प्रशासनिक सर्जरी में कई जिलों के कलेक्टर बदल गए हैं ,जिनमें शहडोल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, पन्ना, मंदसौर और भिंड के कलेक्टरों के नाम शामिल है।छिंदवाड़ा में श्रीनिवास शर्मा, शहडोल में ललित कुमार दाहिमा की 16 दिन बाद ही बतौर कलेक्टर वापसी हो गई। वहीं, जबलपुर कलेक्टर छवि भारद्वाज, पन्ना से मनोज खत्री और मंदसौर से धनराजू एस को हटा दिया।
दरअसल, लोकसभा चुनाव होते ही प्रदेश में एक बार फिर प्रशासनिक सर्जरी हुई है। राज्य शासन ने सोमवार को छह प्रमुख सचिवों के विभाग बदलने के साथ 15 अन्य आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए।लेकिन कलेक्टरों के तबादले वही किए गए है जहां से उन्हें आयोग ने चुनाव के दौरान हटाया था। चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आमसभा को लेकर कमलनाथ सरकार के मंत्री शहडोल कलेक्टोरेट पहुंचे थे। इस मामले ने तूल पकड़ा और इसकी गाज कलेक्टर ललित कुमार दाहिमा के ऊपर गिरी थी। इसकी वजह शहडोल कमिश्नर शोभित जैन की रिपोर्ट थी, जिसमें कलेक्टोरेट की बैठक में शामिल अधिकारियों के बयान थे। चुनाव आयोग ने इसे गंभीर मामला मानते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए थे।