BHOPAL NEWS : भोपाल के GMC में महिला जूनियर डॉक्टर की मौत के बाद हटाई गई डॉ अरूणा कुमार की वापसी हो गई है, उन्हे स्वास्थ्य विभाग से वापस गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक डिपार्टमेंट का एच.ओ.डी. बनाकर भेज दिया गया है, उनकी पदस्थापना का आदेश भी जारी कर दिया गया है, डॉ अरुणा कुमार के खिलाफ अभी भी जांच चल रही है, MBBS और जूनियर डाक्टर्स के विरोध के बाद डॉ अरुणा कुमार को GMC से हटाकर स्वास्थ्य विभाग भेजा गया था, आरोप है कि पिछले साल अगस्त में आंध्र प्रदेश की रहने वाली जूनियर डाक्टर डॉ बाला सरस्वती ने डॉ अरुणा कुमार पर आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था, डॉ बाला गांधी मेडिकल कालेज भोपाल में पीजी के गायनिक विभाग के अंतिम वर्ष की छात्रा थी। बाला के सुसाइड के बाद जूनियर डाक्टर्स ने हड़ताल कर दी थी, जिसके बाद डॉ अरुणा कुमार को गांधी मेडिकल कॉलेज से हटाकर स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ किया गया था। डॉ बाला सरस्वती ने डॉ अरुणा कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे उनकी मौत के बाद उनके परिजनों ने तमाम सबूत भी पुलिस को सौंपे थे। इस मामलें में गायनिक विभाग के अन्य चार और प्रोफेसर के नाम भी सामने आए थे।
जूनियर डाक्टर्स फिर करेंगे हड़ताल
डॉ अरुणा कुमार की वापसी का आदेश सामने आते ही जूनियर डाक्टर्स ने शुक्रवार से हड़ताल का ऐलान कर दिया है, उन्होंने चेतावनी दी है की अगर डॉ अरुणा कुमार की GMC में वापसी का आदेश रद्द नहीं किया जाता है तो वह शुक्रवार सुबह 11 बजे से काम बंद कर हड़ताल पर चले जायेगे।
यह था मामला
पिछले साल अगस्त में जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती ने एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर सुसाइड कर लिया था। मौत को गले लगाने से पहले सरस्वती ने अपने मोबाइल में सुसाइड नोट लिखा था, वही बाला ने अपनी बहन और परिजनों को भी प्रताड़ना की जानकारी दी थी। डॉ बाला ने डिपार्टमेंट की ही कुछ डॉक्टर्स पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। इस पूरे मामलें के बाद जूनियर डाक्टर्स ने हड़ताल करते हुए विरोध जताया था की डॉ अरूबा सिंह को हटाया जाए, जूनियर डाक्टर्स की हड़ताल के बाद सरकार ने GMC से डॉ अरुणा सिंह को हटाकर स्वास्थ्य विभाग में कर दिया था।