भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस ( International Tiger Day ) है। दुनियाभर में बाघों को बचाने और संरक्षण देने के लिए 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है। बाघ (Tiger) भारत का राष्ट्रीय पशु है। इस अवसर पर वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने पर्यावरण मित्र नागरिकों को बधाई देते हुए वन्य-जीवन के प्रति संवेदनशील बने रहने की अपील की है।
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वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बाघों की संख्या में वृद्धि के लिये लगातार प्रयास हो रहे हैं। बाघ रहवास वाले क्षेत्रों के सक्रिय और सुचारू प्रबंधन से बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि भी हो रही है। उन्होंने कहा कि विश्व में आधे से ज्यादा बाघ भारत में हैं। मध्य भारत भू-दृश्य भारत में बाघों के अस्तित्व के लिये अत्यधिक महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय उद्यानों के बेहतर संरक्षण से बाघों को अपना परिवार बढ़ाने में अनुकूल वातावरण मिला है। प्रत्येक राष्ट्रीय उदयान ने बाघों और अन्य वन्य-प्राणियों के संरक्षण के लिये नवाचारी उपाय किये गए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की स्थापना 2010 में रूस में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में की गई थी। जिसमे की बाघ-आबादी वाले देशों की सरकारों ने 2020 तक बाघों की आबादी को दोगुना करने का संकल्प लिया। भारत की बात करें तो 2018 की गणना के अनुसार देश में सर्वाधिक बाघ मध्यप्रदेश में पाए जाते हैं। इसे टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है। यहां अभी 52 बाघ है और वन्यजीव विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले कुछ समय में ये संख्या 700 तक हो सकती है।