भोपाल/दिल्ली। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) का हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा आज कोई नया मोड़ ले सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (digvijay singh) के हॉर्स ट्रेडिंग (horse treading) के आरोपों से गरमाई राजनीतिक हलचल में मंगलवार को बीएसपी विधायक (bsp mla) रामबाई (rambai) के अचानक दिल्ली (Delhi) जाने की खबर से और उबाल आ गया। मंगलवार रात में रामबाई (rambai) को जयवर्धन सिंह (jayvardhan singh) और जीतू पटवारी (jitu patwari) अपने साथ ले गए।कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा ने 10-11 विधायकों को होटल में बंधक बनाने की कोशिश की है, जिसमें से 7 विधायक लौट आए है और लेकिन अभी भी चार विधायक बीजेपी के साथ है, उन्हें बैंगलूर भेजे जाने की कोशिश है।इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ (cm kamalnath) ने फिर दावा किया है कि हालात नियंत्रण में है और उनकी सरकार (government) को कोई खतरा नहीं है।
कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को खतरा नहीं । उनकी सरकार को न तो कोई खतरा है और न ही किसी को इस बारे में कोई चिंता करने की जरूरत है। बीजेपी ध्यान रखें ! हमारा लोकतंत्र बीजेपी के धनबल से कहीं ज़्यादा मज़बूत है।इसके साथ खबर है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ अपना दौरा रद्द कर भोपाल में इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर सकते है।
इससे पहले मंगलवार को नाथ(kamalnath) ने कहा कि बीजेपी (bjp)के नेता डर रहे हैं कि आने वाले समय में उनके पिछले 15 सालों के भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है इसलिए ऐसा कर रहे हैं। कई विधायकों ने मुझसे भी इसकी शिकायत की है। मैं तो विधायकों (mla)से कह रहा हूं कि पैसा मिल रहा है तो ले लो। वही कमलनाथ ने दावा किया कि बीजेपी के भी कई विधायक हमारे संपर्क में हैं।
आपको बता दें कि मंगलवार (tuesday) सुबह ही दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने ट्वीट (tweet) किया था कि कि कांग्रेस (congress) विधायकों को बीजेपी (bjp) दिल्ली (delhi) ला रही है और कुछ विधायकों को चार्टर प्लेन से भी लाया गया है। देर शाम तक शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) भी दिल्ली पहुंच गए पहले से ही इस सियासी खेल के दूसरे सूत्रधार नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) मौजूद थे। देर रात होते-होते इस बात की पुष्टि हो गई कि गुरूग्राम (gurugram) के आईटीसी मराठा होटल में बसपा (bsp) के दो, सपा (sp) के एक और कांग्रेस के 6 विधायकों को रखा गया है। ये सूचना मिलते ही यहां पर मंत्री जीतू पटवारी (jitu patwari) और जयवर्धन सिंह (jayvardhan singh) पहुंचे और (रामबाई) को अपने साथ ले गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह भी वहां पहुंचे लेकिन उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया गया। दिग्विजय ने बताया कि कांग्रेस के बिसाहूलाल सिह, हरदीप सिंह डंग, एन्दल सिंह कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा सहित बसपा के संजीव कुशवाहा और रामबाई बीजेपी के लोगों के साथ थे लेकिन यह सब कहीं नहीं जाएंगे, वापस कांग्रेस में ही रहेंगे।