भोपाल।एक तरफ 15 अप्रैल को शिवराज मंत्रिमंडल गठन की चर्चाएं जोरों पर है वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीसी के जरिए मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर सवाल उठाए है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ न तो स्वास्थ मंत्री है और न ही गृहमंत्री।8 मार्च को 19 विधायकों को चार्टर प्लेन से बेंगलुरु ले जाया गया। वो अभी तक वापस नहीं आए। अभी तक मंत्रिमंडल नहीं बना।
मुख्यमंत्री शिवराज ने मंत्रिमंडल का गठन नही किया है, जिसको लेकर विपक्ष सरकार की जमकर घेराबंदी कर रहा है।विपक्ष बार बार सवाल उठा रहा है कि लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के बीच शिवराज अकेले ही सरकार चला रहे है, शिवराज को जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार करना चाहिए। इसको लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने लाइव प्रेसवार्ता में शिवराज सरकार को जमकर घेरा। नाथ ने कहा कि आज मध्यप्रदेश में कोरोना की गंभीर स्थिति है। इसको समझने के लिए मध्यप्रदेश में कुछ तारीखों पर ध्यान देना जरूरी है। शिवराज जी के शपथ लेने का इंतजार किया जा रहा था ।मध्य प्रदेश में अभी तक मंत्रिमंडल नहीं है किंतु इस गंभीर हालत में कोई मंत्रिमंडल का ना होना यह तो जनता के मजाक बनाने की बात है।मध्यप्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ न तो स्वास्थ मंत्री है और न ही गृहमंत्री।8 मार्च को 19 विधायकों को चार्टर प्लेन से बेंगलुरु ले जाया गया। वो अभी तक वापस नहीं आए। अभी तक मंत्रिमंडल नहीं बना।
बता दे कि बीजेपी के सत्ता मे आने के बाद से ही कांग्रेस मंत्रिमंडल गठन को लेकर सवाल उठा रही है।हाल ही में ट्वीट करते हुए कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा था। सलूजा ने अपने ट्वीट में कहा था कि एमपी में कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिलावार व्यवस्था को देखते हुए शीघ्र ही मंत्रीमंडल का गठन होना चाहिये।सोशल नेटवर्किंग के इस दौर में यह गठन विडिओ कॉन्फ़्रेन्सिंग से भी किया जा सकता है।जितने ज़्यादा हाथ होंगे , उतनी ही व्यवस्था सुचारु होगी।पता नहीं क्यों इससे बचा जा रहा है।इससे पहले एमपी कांग्रेस के ट्वीटर हैंडलर से शिवराज सरकार पर हमला बोला गया था। इसमें कहा गया था कि कोरोना से मप्र में मौतें हो रही हैं,और यहां एक पूरी सरकार तक नहीं। शिवराज ही मुख्यमंत्री,शिवराज ही स्वास्थ्य मंत्री,शिवराज ही गृह मंत्री, शिवराज ही पूरी कैबिनेट ,शिवराज ही रणनीतिकार,शिवराज ही पूरी सरकार। मोदी जी,संकट की घड़ी में जनता से किस बात का बदला। अब देखना है कि कांग्रेस की लगातार घेराबंदी और लॉक डाउन के बीच शिवराज सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार कबतक और कैसे करती है।