भोपाल, हरप्रीत कौर। प्रदेश की जनता को आजादी की वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने देश व प्रदेश की सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने देश की सभी संस्थाओं रिजर्व बैंक, सीबीआई, चुनाव आयोग, ईडी और यहां तक कि अदालतों तक की आजादी को लेकर सवालिया निशान खड़े कर दिये है।कमलनाथ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश को संबोधित कर रहे थे।
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प्रदेश की जनता को आजादी की 75 वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर संबोधित करते हुए कमलनाथ ने देश व प्रदेश की वर्तमान व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की तरह वर्तमान सत्ताधारी लोग देश का कल्याण करना नहीं बल्कि इसे लूटना चाहते हैं। आज देश के कदम गुलामी की ओर बढ़ाए जा रहे हैं। देश पर 128 लाख करोड़ और मध्यप्रदेश पर तीन लाख करोड़ का कर्जा है। किसी भी देश की गुलामी की शुरुआत कर्ज से होती है। आज देश के किसानों की आजादी छीनी जा रही है। बड़े-बड़े पत्रकार मीडिया समूह अपनी बात खुलकर नहीं कह पा रहे हैं। सूचना के अधिकार की आजादी छीनी जा रही है। आरटीआई कार्यकर्ताओं को चुन-चुन का जेल में डाला जा रहा है। गरीब को रोटी की आजादी नहीं है। उसे आटे पर जीएसटी देना पड़ रहा है। युवाओं को रोजगार की आजादी नहीं, महिलाओं को अभिव्यक्ति की व सुरक्षा की आजादी नहीं, पिछड़ों को आर्थिक सामाजिक बराबरी की आजादी नहीं, सड़कों पर बिना टैक्स दिये चलने की आजादी नहीं है। श्रमिक को श्रम करने की और व्यापारी को व्यापार करने की आजादी नहीं है। फिर यह कैसी आजादी है। हम सबको एक होकर आजादी की नई लड़ाई की शुरुआत करनी होगी।
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इसके पहले 1947 के बाद की चुनौती का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने देश की सभी मौजूदा जिम्मेदारियों का जमकर सामना किया और देश को वास्तविक आजादी दिलाने की कोशिश की। देश को एक झंडा, एक संसद, एक सेना मिलने से आजादी मिली। भूमि वितरण के कानून आसान बनाए गए और किसानों की जिंदगी में खुशहाली आई। व्यापारी भाइयों को आर्थिक आजादी मिली और वे तेजी के साथ आगे बढ़े। देश में शिक्षा स्वास्थ्य सहित सभी क्षेत्रों में तेजी के प्रगति की और हम वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे।