भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 6 महीने का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस दौरान सरकार ने कई लोकप्रिय फैसले किए हैं, लेकिन किसी भी फैसले ने उन्हें व्यक्तिगत तौर पर उतनी लोकप्रियता नहीं दिलाई, जितनी अंगुली के ऑपरेशन से मिल गई है। बेशक राजधानी के हमीदिया अस्पताल में उनकी अंगुली का ऑपरेशन दिल्ली के डॉक्टरों ने किया, लेकिन सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन कराने से आम जनता में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। वहीं इसे एक बड़ी पहल के तौर पर देखा जा रहा है,
मुख्यमंत्री कमलनाथ अंगुुली का ऑपरेशन कराने के लिए अस्पताल में 13 घंटे तक भर्ती रहे। इससे पहले वे शुक्रवार शाम को 1 घंटे के लिए जांच कराने गए थे। इन 14 घंटों के लिए भीतर उनकी जनमानव में जमकर चर्चा हो रही है। क्योंकि अभी तक कोई भी नेता मुख्यमंत्री रहते प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन कराने नहीं पहुंचा। आज के दौर में छोटे से छोटा जनप्रतिनिधि सामान्य बीपी चेक कराने के लिए भी निजी अस्पताल में जाता है, ऐसे समय में मुख्यमंत्री ने सरकारी व्यवस्था पर भरोसा देकर आम जन में यह संदेश देने की कोशिश की है कि यहां बेहतर इलाज मिलता है।