बारिश का मौसम अब शुरू हुआ है, जिससे किसानों को राहत मिली है, लेकिन अब सरकारी स्तर पर परेशानियों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, फसल के लिए जरूरी मानी जाने वाली यूरिया किसानों की पहुंच से दूर है। सोसायटियों में यूरिया ही नहीं है। ऐसे हालात एक या दो दिन से नहीं, बल्कि करीब 10 दिनों से है। किसान यूरिया की चाहत में सोसायटियों में पहुंच जरूर रहे हैं, लेकिन वहां से उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ रहा है।
वहीं अब प्रदेश में यूरिया की कमी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ (Former Chief Minister And PCC Chief Kamal Nath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिख कर पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध करवाने की मांग की है। कमल नाथ ने अपने पत्र में लिखा है, “प्रदेश में खरीफ फसलों की बुवाई पूरी हो चुकी है और वर्तमान में किसानों को यूरिया की अत्यधिक आवश्यकता है। लेकिन पूरे प्रदेश में यूरिया की आपूर्ति बहुत ही कम है। ऐसे में किसानों को जरूरत के समय यूरिया उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कमल नाथ ने लिखा कि जिले में किसानों को आवश्यकता के अनुरूप यूरिया का वितरण नहीं किया जा रहा है। सहकारी समितियों के माध्यम से यूरिया की उपलब्धत ना होने के कारण किसानों को निजी विक्रेताओं से अधिक कीमत पर यूरिया लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, सेंट्रल लॉक से ही नगद बिक्री होने के कारण किसानों को 25-30 किलोमीटर दूर तक खाद लेने जाना पड़ रहा है और किसान परेशान हो रहे हैं। कमल नाथ ने कहा इससे यूरिया की कालाबाजारी को भी बढ़ावा मिल रहा है। यूरिया की अनुपलब्धता के कारण संपूर्ण प्रदेश के किसानों में रोष व्याप्त है और सरकार के प्रयास गंभीर प्रतीत नहीं हो रहे हैं, यह स्थिति अत्यंत चिंतनीय है। कमल नाथ ने मुख्यमंत्री से कहा की, विषय की गंभीरता का समझते हुए प्रदेश के किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध हो इस इसके लिए उच्च स्तरीय प्रयास करें एवं जिलों में यूरिया के वितरण की व्यवस्था में समुचित सुधार हेतु आवश्यक कड़े निर्देश प्रदान करें।