भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) को पत्र लिखा है। पत्र में इंदौर में चल रहे मध्य प्रदेश भर्ती सत्याग्रह का उल्लेख किया गया है और मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि युवाओं के प्रति सरकार असंवेदनशील रवैया छोड़कर प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के हित में शीघ्र निर्णय लें।
इंदौर में इन दिनों युवा सड़क पर हैं और रोजगार की मांग कर रहे हैं। उनके द्वारा 27 सितंबर से क्रमिक अनशन भी प्रारंभ कर दिया गया है और प्रतिदिन 5 युवा अनशन कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार के द्वारा के लंबे समय से सरकारी नौकरी में भर्ती नहीं की जा रही है जिसके चलते युवाओं के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। इसी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है और पत्र में इंदौर में चल रहे भर्ती सत्याग्रह का उल्लेख किया गया है। कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि सरकार ने इस पूरे मसले पर युवाओं से बातचीत करने के लिए कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा और ना ही कोई संवाद किया। सरकार का यह रवैया बेरोजगारों के प्रति स्वीकार योग्य नहीं है।
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कमलनाथ ने पत्र में आगे लिखा है कि प्रदेश के लाखों बेरोजगार 3 साल से मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग और व्यापम के माध्यम से भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन उनके पास निराशा के अलावा कोई मार्ग नहीं बचा है। कमलनाथ ने कहा है कि राज्य सेवा भर्ती परीक्षा 2019, 20 व 21 की भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए, अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण से जुड़ी लंबित समस्याओं का शीघ्र निराकरण हो और व्यापम के माध्यम से होने वाली परीक्षाओं को भी जल्द पूरा किया जाए। कमलनाथ ने शिक्षक वर्ग एक, दो और तीन के पदों में वृद्धि और भर्ती की मांग करते हुए 10 माह की समय सीमा में इसे पूरा करने की बात भी लिखी है। कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री इस पूरे मामले पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें और लाखों बेरोजगार युवाओं के हित मे निर्णय लें।