भोपाल| बमुश्किल बहुमत का आंकड़ा छू पाई कमलनाथ सरकार सत्ता में आने के बाद आर्थिक तंगहाली का रोना हमेशा रोती रही है और उसके लिए पूर्ववर्ती शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराते रही है। सरकार के पास आय के साधन नहीं है ,यह बात लगातार सत्ता के गलियारों में सामने आती रही है और अब सरकार आय बनाने के लिए एक ऐसा कदम उठाने जा रही है जो प्रदेश को बर्बादी के रास्ते पर ले जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए कई सालो से ना तो कोई नई शराब की फैक्ट्री खोलने दी और न शराब की दुकान। लेकिन अब कमलनाथ की सरकार आय बढ़ाने के लिए एक नया प्रयोग करने जा रही है। सरकार हर उस शराब की दुकान के साथ एक अहाता खुलेगी जिसमें आहाता पहले से मौजूद नहीं है। यानी बगल से शराब खरीदीये और बैठकर बगल में आहाते में छककर पीजिए। इतना ही नहीं यदि किसी शराब दुकान के 5 किलोमीटर दूर तक कोई दुकान नहीं है तो संबंधित दुकानदार को सशुल्क उप दुकान खोलने की अनुमति भी दी जाएगी। यानी अब सुरा प्रेमियों को शराब के लिए ज्यादा दूर भटकना नहीं पड़ेगा। मध्यप्रदेश में शराब से हर साल कई लोग मौत के शिकार होते हैं और इससे भी ज्यादा परिवार शराब पीने वालों की आदतों के चलते आर्थिक तंगहाली से बर्बाद हो जाते हैं। ऐसे में सामाजिक सरोकार से जुड़ने का दावा करने वाली कमलनाथ सरकार का यह निर्णय समझ से परे है और साफ लगता है कि इसे सुरा प्रेमियों की गोद में बैठ कर तैयार किया गया है