भोपाल। कमलनाथ सरकार प्रदेश के मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति करने जा रही है। इसके लिए सरकार ने कुछ मापदंड भी तय कर दिए हैं। यही नहीं पुजारी बनने के लिए आठवीं पास होना जरूरी है। सरकार ने तय किया है कि पुजारियों की नियुक्ति वंश के आधार पर होगी। मौजूदा सरकार का फैसला पूर्व की सरकार से थोड़ा अलग है। शिवराज सरकार चाहती थी कि पुजारियों के पद सभी वर्ग के लिए खोलो जाएं, लेकिन कमलनाथ सरकार ने इससे हट कर फैसला लिया है कि नियुक्ति सिर्फ वंशवाद के आधार पर ही तय होगी।
दरअसल, कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति का वादा किया था। अब राज्य सरकार अपने वचन पत्र के मुताबिक वादे पूरे कर रही है। इसलिए सरकार ने वादों के लिए मानक तय करना शुरू कर दिए हैं। नए मानकों के मुताबिक पुजारियों की नियुक्ति वंश परंपरा के आधार पर होगी। यहीं नहीं राज्य सरकरा ने पुजारियों की शिक्षा का स्तर भी तय किया है। इसके लिए उन्हें पूजा विधि का सर्टिफिकेट कोर्स पास करना ज़रूरी होगा।