भोपाल।
जैसे जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे वैसे बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है। राजनैतिक दल एक दूसरे पर जमकर हमले बोल रहे है। अब कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। जीतू ने कहा कि विपक्षी नेताओं के यहां छापे पडते है क्या, बीजेपी के नेता दूध के धुले है। पूरे देश में पीएम मोदी की सभाओं मे 40 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।बीजेपी चंदे को लेकर कोई बात स्पष्ट नहीं कर पाई है, कि आखिर इतना रुपया कहां से आया। वही जीतू ने मध्यप्रदेश में 22 और मालवा में 8 में से 5 सीटे जीतने का दावा किया है।
दरअसल, शुक्रवार को पीएम मोदी ने जबलपुर और सीधी का दौरा किया था। इस दौरान मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था और हाल ही में पड़े छापों को लेकर भी कांग्रेस और कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया था। जिसके बाद आज कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने प्रेसवार्ता कर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। पटवारी ने कहा कि विपक्षी नेताओं के यहां छापे पडते है क्या, बीजेपी के नेता दूध के धुले है। पीएम मोदी का भ्रष्टाचार और राफेल डील पर कोई बयान नहीं आया। प्रदेश में ली गई सभा में घोटालों को लेकर कोई बात नहीं की। पूरे देश में पीएम मोदी की सभाओं मे 40 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।बीजेपी चंदे को लेकर कोई बात स्पष्ट नहीं कर पाई है। इतना रुपया कहां से आया
वही जीतू ने कहा कि मोदी बीजेपी नेताओं के भ्रष्टाचार पर मौन क्यों है। मोदी की सरकार में रोजगार घट गए।पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था पर सही बात रखी है। इसके अलावा जीतू ने दावा किया है कि मालवा की 8 मे से 5 सीट और एमपी में कांग्रेस 22 सीटों के ऊपर जीतेगी। वही साध्वी प्रज्ञा पर हमला करते हुए जीतू ने कहा कि साध्वी के विचार और व्यवहार नकरात्मक हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने जबलपुर मे कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि कमलनाथ सरकार के कुछ महीनों के कार्यकाल में मुख्य रूप से तीन चीजें दिखायी दीं। प्रथम तो कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट हो गयी। दूसरा ट्रांसफर उद्योग खूब फला और फूला। तीसरी जो चीज हुयी, वह यह कि नोटों से भरे थैले कांग्रेसी जमात के पास से मिले। राज्य में पंद्रह वर्षों बाद कांग्रेस की सरकार बनी और उसने मात्र छह माह में ही यह सब दिखा दिया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य में पांच साल में ये लोग क्या करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने माताओं, बहनों और बच्चों के कल्याण के लिए रूपए भेजे और मौजूदा सरकार के जिम्मेदारों ने इस राशि में भ्रष्टाचार किया। और अब ये पूछते हैं कि आयकर छापे क्यों पड़े। अरे छापे उन्हीं के यहां पड़ते हैं, जिनके यहां से माल मिलता है।