भोपाल। शहडोल में भू-माफिया द्वारा तालाबों पर अतिक्रमण कर सरकारी रिकॉर्ड में खुर्दबुर्द करने का मामला शासन तक पहुंचा है। इस बीच जिले के नवागत कलेक्टर ललित दाहिमा ने रिकॉर्ड की जांच के बाद फरमान जारी किया है कि तालाबों को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। हाल ही में कलेक्टर ने जिले के सौखी ताबाल को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर की सख्ती से भूमाफिया में हड़कंप मच गया है।
कलेक्टर ललित दाहिमा ने 10 वर्ष पुराने राजस्व प्रकरण में सुनवाई करते हुये आदेश पारित किया है, कि सोहागपुर तहसील के ग्राम सौखी के स्थित भूमि आराजी खसरा नम्बर 66 रकबा 0.79 एकड़ भीठा सरकारी खसरा क्रमांक 67 रकबा 0.65 एकड़, सरकारी तालाब एवं खसरा नम्बर 68 रकबा 0.56 एकड़, भीठा सरकारी राजस्व अभिलेख खतौनी वर्ष 1923-24 में शासकीय भूमि दर्ज है और इस भूमि पर वर्तमान अभिलेख अनावेदक का नाम भूमि स्वामी के तौर पर दर्ज है। राजस्व न्यायालय द्वारा ग्राम सौखी स्थित उक्त भूमि को पूर्ववत् शासकीय तालाब दर्ज करने का कलेक्टर न्यायालय ने आदेश पारित किया है।
गौरतलब है कि आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों की जल संरक्षण एवं तालाबों के विस्तार की असुविधा के संबंध में प्राप्त शिकायतों के अनुक्रम में ग्राम सौखी तहसील सोहागपुर स्थित उक्त भूमि वर्ष 1923-24 एवं वर्ष 1954-55, वर्ष 1958-59 एवं वर्तमान में राजस्व अभिलेखों के आधार पर तहसीलदार सोहागपुर एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर के प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर न्यायालय द्वारा उक्त भूमि को शासकीय रिकार्ड में दर्ज करने का रिकार्ड तहसीलदार सोहागपुर को पारित किया गया है।