भोपाल
राजस्व (revenue) का बड़ा स्रोत बनी शराब (alcohol) इस समय कोरोना पर भारी नजर आ रही है। सरकार को कोरोना का संक्रमण फैलने से ज्यादा इस बात की चिंता है कि कहीं शराब के ठेके बंद हो गए तो सरकार की कमाई का क्या होगा, क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा शराब से ही आता है। ऐसे में अब मध्य प्रदेश के आबकारी विभाग (excise department) ने यह तय किया है कि कोरोना के सर्वाधिक संक्रमित इंदौर, भोपाल और उज्जैन की नगरीय निकाय क्षेत्रों को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में सभी शराब की दुकानें खोल दी जाएंगी।
इसके साथ-साथ जबलपुर, खंडवा, देवास और बुरहानपुर में भी नगरीय निकाय क्षेत्रों को छोड़कर सभी ग्रामीण क्षेत्र की दुकानें खोल दी जाएंगी। साथ साथ मंदसौर, नीमच ,धार और कुक्षी नगर पालिका क्षेत्रों को छोड़कर शेष सभी क्षेत्रों में शराब की दुकानें (alcohol shop) खोली जाएंगी। इसके साथ-साथ प्रदेश भर में अन्य सभी जिलों में सारी शराब की दुकानें खोली जा रही हैं। हालांकि पहले से ठेके की हानि की बात कर कर हाई कोर्ट (Highcourt) जा चुके ठेकेदार अभी भी मानने को तैयार नहीं है । ऐसे में स्थिति क्या होगी, यह देखने वाली बात होगी और क्या इससे कोरोना संक्रमण नहीं फैलेगा , यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है