Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस के घोषणा पत्र BJP का पलटवार, सीएम डॉ मोहन यादव और वीडी शर्मा बोले- अन्यायी कांग्रेस को “न्याय पत्र” जारी करने का अधिकार नहीं

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि अन्यायी कांग्रेस को न्याय पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अन्याय पत्र का मतलब है, महिलाओं का अपमान, ये कांग्रेस का एजेंडा भी है,  किसानों पर कर्ज का बोझ, मजबूर और बेबस मजदूर, वंचितों के साथ अन्याय, तानाशाही और दिखावे का लोकतंत्र,  ये कांग्रेस का झूठ का पुलिंदा और अन्याय पत्र है।

Atul Saxena
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Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भले ही कांग्रेस ने अपने पूरे प्रत्याशी अभी घोषित नहीं किये ही लेकिन घोषणा पत्र जारी कर सियासी पारा जरुर चढ़ा दिया है, आज दिल्ली में कांग्रेस ने अपना घोषणा पर जारी किया जिसे पार्टी ने “न्याय पत्र ” नाम दिया है, मध्य प्रदेश भाजपा ने इसपर पलटवार किया है, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि अन्यायी कांग्रेस को न्याय पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं हैं

अन्याय के पहाड़ पर बैठी कांग्रेस काअपने घोषणापत्र को “न्याय पत्र” कहना शोभा नहीं देता : मोहन यादव 

 मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अन्याय के पहाड़ पर बैठी कांग्रेस काअपने घोषणापत्र को “न्याय पत्र” कहना शोभा नहीं देता, महिलाओं, किसानों, बुजुर्गों सबके साथ अन्याय करने वाली कांग्रेस आज न्याय की बात कर रही है जो उसे शोभा नहीं देता,  पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी ने स्वयं कहा था कि मैं एक रुपया भेजता हूँ तो जनता तक 15 पैसा पहुँचता है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हितग्राहियों के हक का पूरा पैसा सीधे उनके खाते में पहुँच रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक हरी हुई लड़ रही है, पूरा प्रदेश मोदीमय है हम जरुर 400 से ज्यादा सीटें जीतेंगे ।

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अन्यायी कांग्रेस को न्याय पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं : वीडी शर्मा 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि अन्यायी कांग्रेस को न्याय पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अन्याय पत्र का मतलब है, महिलाओं का अपमान, ये कांग्रेस का एजेंडा भी है,  किसानों पर कर्ज का बोझ, मजबूर और बेबस मजदूर, वंचितों के साथ अन्याय, तानाशाही और दिखावे का लोकतंत्र,  ये कांग्रेस का झूठ का पुलिंदा और अन्याय पत्र है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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